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नवरात्रि: ऑनलाइन शॉपिंग से 25 हजार करोड़ रुपये तक की बिक्री की उम्मीद

Location: भोपाल                                                 👤Posted By: वेब डेस्क                                                                         Views: 18462

भोपाल: 30 सितम्‍बर, 2016, अक्तूबर से शुरू होकर नया साल आने तक चलने वाले त्योहारी मौसम में इस बार लोगों का रुझान ज्यादा ऑनलाइन खरीदारी की तरफ रहने से इस प्लेटफॉर्म से 25 हजार करोड़ रुपये तक की बिक्री होने की उम्मीद है।



औद्योगिक संगठन एसोचैम के ताजा सर्वेक्षण के अनुसार, इस त्योहारी सीजन में ई-कॉमर्स कंपनियों को काफी लाभ मिलने जा रहा है। उसने बताया कि पितृपक्ष के कारण अधिकतर लोगों ने अपनी जरूरी खरीदारी भी टाल रखी थी और नवरात्रि शुरू होते ही वे खरीदारी के लिए तैयार हो गए। त्योहारों को देखते हुए ई-कॉमर्स कंपनियों ने भी कई आकर्षक ऑफर पेश किये हैं और कई उपभोक्ता इन ऑफर का लाभ उठाना चाहते हैं।



एसोचैम ने सर्वेक्षण के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत 25 से 40 साल की उम्र के लगभग 2,500 लोगों की राय ली, जिनमें करीब समान संख्या में महिलाएं और पुरुष थे। संगठन ने देश के 10 प्रमुख शहरों दिल्ली-एनसीआर, चेन्नई, मुंबई, बेंगलुरु, अहमदाबाद, हैदराबाद, इंदौर, जयपुर, कोलकाता और लखनऊ में यह सर्वेक्षण किया है। सर्वेक्षण के दौरान लगभग 60 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्होंने अपनी खरीदारी की सूची तैयार कर ली है और वे दुकान या मॉल में घंटों बर्बाद करने की बजाय ऑनलाइन शॉपिंग करेंगे।



अधिकतर लोगों ने कहा कि वे ऑनलाइन मिल रहे आकर्षक ऑफर्स और डील का लाभ उठाकर शॉपिंग करने की योजना बना रहे हैं। ई-कॉमर्स कंपनियां लगभग हर सामान पर आकर्षक छूट और सुविधाएं देकर उपभोक्ताओं को ऑनलाइन शॉपिंग के लिए आकर्षित करने में जुटी हैं।



शॉपिंग की सुविधा, डिलीवरी के विभिन्न विकल्प, फ्री शिपिंग, भुगतान के विभिन्न तरीके, सामान लौटने की बढ़ी अवधि और बेहतर ऑफर्स की वजह से लोग इस त्योहारी सीजन में ऑनलाइन शॉपिंग को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं।



एसोचैम के महासचिव डी. एस. रावत ने सर्वेक्षण के नतीजे जारी करते हुए कहा कि यह साल ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए सबसे व्यस्त त्योहारी सीजन का है। भारतीय उपभोक्ता इस सीजन में लगभग 25 हजार करोड़ रुपये ऑनलाइन शर्ॉंपग पर खर्च कर सकते हैं जो गत साल के त्योहारी सीजन के 20 हजार करोड़ रुपये के आंकड़े से 25 प्रतिशत अधिक है।

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