Bhopal: 17 जुलाई 2018। पिछले हफ्ते हमने देखा कि भोपाल की दो दोस्तों पूजा जोशी और पूजा द्विवेदी को स्टारप्लस के गेम शो 'सबसे स्मार्ट कौन?' में 10 लाख रूपये जीते। इस बार हम शहर के निवासी सीए मुकेश राजपूत को वडा पाव बेचने से लेकर सीए बनने तक की उनकी यात्रा के बारे में बातचीत करते हुये देखेंगे।
मुकेश राजपूत पैसा कमाने और अपने परिवार की मदद करने के लिए भोपाल से अपने घर से भाग गये थे। इस दौरान उन्होंने तरह-तरह के काम किये। उन्होंने सब्जियां और वडा पाव बेचा, हार्डवेयर स्टोर में काम किया, तब उनके दोस्तों ने अपना नाम कमाने के लिए पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। अपनी यात्रा के बारे में बताते हुये वह कहते हैं कि, "मैं पैसा कमाने के लिए बाॅम्बे आया था जब मेरे दोस्तों ने कहा कि यदि मैं वाकई कोई अंतर लाना चाहता हूं तो मुझे पढ़ाई को महत्व देना चाहिये। उनकी बात सुनकर मैं भोपाल वापस आ गया, मैंने मेरे डाॅक्यूमेंट्स उठाये और सीए परीक्षाओं के लिए तैयारी आरंभ कर दी। 6 प्रयास के बाद, मैंने आखिरकार सीए की डिग्री ले ली। मैंने एक किताब भी लिखी है 'सीए पास- द रियल स्टोरी' और दिल्ली, कर्नाटक, यूपी, एमपी आदि में 40 सेमिनार भी संचालित किये हैं।"
शो पर अपने अनुभव के बारे में बताते हुये उन्होंने कहा, "यह एकदम अलग हटकर शो है। रवि दुबे बेहद जोशीले हैं और ऐसे स्वागत करते हैं कि मुझे यहां घर जैसा महसूस हुआ। मैं ऐसा मंच चाहता था जहां मैं अपने सफर के बारे में बात कर सकूं और लोगों को शिक्षा को अहमियत देने के लिए प्रेरित कर सकूं और ऐसा करने के लिए सबसे स्मार्ट कौन से बेहतर कोई दूसरा शो नहीं हो सकता था।"
मुकेश राजपूत अपने मैनेजर महेश के साथ भोपाल में प्रैक्टिस करते हैं और उन्होंने इस शो में 2.2 लाख रूपये की धनराशि जीती।
सबसे स्मार्ट कौन, सोमवार से शुक्रवार, शाम 6.30 बजे सिर्फ स्टारप्लस और हाॅटस्टार पर
भोपाल के मुकेश ने सबसे स्मार्ट कौन? में जीते 2 लाख रूपये
Location:
Bhopal
👤Posted By: Admin
Views: 5469
Related News
Latest News
- भविष्य के कृत्रिम बुद्धिमत्ता समर्थित हमले: डिजिटल दुनिया पर मंडराता खतरा
- क्या भारत बन सकता है आर्थिक महाशक्ति? डेटा क्या कहता है
- भोपाल के युवाओं ने बनाया ऐप, अब वाहन खराब होने पर मैकेनिक की मदद मिलेगी
- लोकसभा चुनाव 2024: मतदाता सूची में नाम जोड़ने के बहाने साइबर बदमाशों ने 35 भोपालवासियों को ठगा
- गूगल ने इजरायल विरोधी कर्मचारियों को नौकरी से निकाला