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हीरे मिलने पर सात दिन में होगा 50 प्रतिशत राशि का भुगतान

Location: Bhopal                                                 👤Posted By: PDD                                                                         Views: 2433

Bhopal: 3 जुलाई 2018। प्रदेश में बहुमूल्य खनिज हीरा मिलने पर राज्य सरकार अब सात दिन के अंदर 30 प्रतिशत राशि का भुगतान करेगी। यही नहीं हीरे मिलने पर एक माह के अंदर इनकी नीलामी भी की जायेगी। इसके लिये 18 साल पहले बने हीरा परिचालन निधि निधि नियम 2000 में संशोधन कर दिया गया है। ये नियम राज्य के खनिज विभाग ने बनाये हुये हैं।



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ज्ञातव्य है कि प्रदेश में हीरे का उत्खनन सिर्फ पन्ना जिले में होता है। दिलचस्प बात तो यह है कि देश में सौ प्रतिशत हीरा खनन सिर्फ मप्र के पन्ना जिले में ही होता है। पन्ना जिले में जहां भारत सरकार की नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कारपोरेशन आधुनिक पध्दति से मशीनों के द्वारा हीरे का उत्खनन करती है वहीं वहां गरीबों को उथली जमीनों पर हीरा खनन के पट्टे भी दिये जाते हैं। इन उथली खदानों से हीरा खनन होने पर उसके भुगतान के लिये 18 साल पहले नियम बनाये गये थे। इन नियमों में प्रावधान था कि जैसे ही विधिवत स्वीकृत उथली खदान से हीरा मिलेगा उसे पट्टाधारी जिले के हीरा अधिकारी कार्यालय में जमा करायेगा और बदले में उसे हीरा पारखी व हीरा अधिकारी द्वारा आंकी गई अनुमानित न्यूनतम कीमत का दस प्रतिशत भुगतान किया जायेगा। परन्तु अब 18 साल बाद इन नियमों में संशोधन कर नया प्रावधान किया गया है कि उथली हीरा खदानों से प्राप्त हीरों का, हीरा पारखी और हीरा अधिकारी द्वारा आंकी गई अनुमानित न्यूनतम कीमत का 50 प्रतिशत तक का भाग या रुपये एक लाख रुपये जो भी कम हो, हीरा जमा होने की दिनांक से 7 दिन के भीतर खदान के लायसेंसधारी को भुगतान किया जायेगा।



इसके अलावा पहले नियम था कि उथली हीरा खदानों से मिलने वाले हीरों की नीलामी 3 से छह माह के भीतर की जायेगी। परन्तु अब संशोधन कर नया प्रावधान किया गया है कि उथली खदान के लायसेंसधारी द्वारा जमा किये गये हीरों की, जमा किये जाने के एक माह के भीतर, यथासंभव नीलामी की कार्यवाही की जायेगी।



उक्त दोनों नये प्रावधान इसलिये किये गये हैं ताकि उथली खदानों के स्वामियों जोकि अधिकतर गरीब लोग होते हैं, को हीरा मिलने पर जल्द भुगतान किया जा सके। इन उथली खदानों से मिलने वाले हीरों की नीलामी पर खनिज विभाग 11 प्रतिशत राशि काट लेता है तथा शेष राशि खदान स्वामी को भुगतान करता है।



इण्डियन ब्यूरो आफ माईन्स के अनुसार, देश में हीरे का रिजर्व 10 लाख 45 हजार 310 केरेट है जो सिर्फ मप्र के पन्ना जिले में ही है। राज्य के खनिज विभाग के ताजा वार्षिक प्रतिवेदन के अनुसार, वर्ष 2016-17 में पन्ना में 36 हजार 516 केरेट हीरे का उत्पादन हुआ जिससे 4 करोड़ 65 लाख रुपये की खनिज विभाग को आय हुई।



विभागीय अधिकारी ने बताया कि उथली हीरा खदानों के पट्टेदारों को जल्द हीरे का भुगतान हो सके इसके लिये नियमों में संशोधन किया गया है। इससे वहां के गरीबों को लाभ मिलेगा।





? डॉ. नवीन जोशी

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