Bhopal: 11 नवंबर 2017। उप्र राज्य के नौ गांव जोकि मप्र के छतरपुर जिले की नौगांव तहसील से सटे हुये हैं, को मप्र राज्य में शामिल कराने के लिये नौगांव तहसील की महाराजपुर विधानसभा सीट के भाजपा विधायक मानवेन्द्र सिंह भंवर राजा सक्रिय हुये हैं। चूंकि इस समय उप्र में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व और मप्र में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली दोनों सरकारें भाजपा की हैं इसलिये उन्हें इन नौ गांवों को मप्र में शामिल किये जाने की पूरी आशा है।
मानवेन्द्र सिंह राजघराने से तालुल्लक रखते हैं तथा उनके विधानसभा क्षेत्र के पास ही ये नौ गांव यथा गाढ़ो, केसली, रावतपुरा, खम्हा, सौरा, चौकर, धौर्रा, चमरुआ तथा सीगोन पड़ते हैं। ये नौ गांव उप्र की चरखारी-महोबा विधानसभा सीटों में आते हैं तथा इनमें रहने वाले ग्रामीणों के दु-ख-दर्द में मानवेन्द्र सिंह ही जाते रहते हैं। परन्तु वे इन गांवों में विकास कार्य नहीं करवा पाते हैं क्योंकि ये दूसरे राज्य में आते हैं।
करीब 8 हजार की कुल आबादी वाले उप्र के इन गांवों को मप्र में शामिल किये जाने हेतु पहली बार उन्होंने मप्र सरकार को पत्र भी लिखा है तथा यहां का राजस्व विभाग अब इनके बारे में आवश्यक जानकारियां जुटा रहा है। इन गांवों के लोग भी चाहते हैं कि वे मप्र में शामिल हो जायें। इन गांवों के अंतरण के लिये उप्र और मप्र दोनों सरकारों के साथ-साथ केंद्र सरकार की भी मंजूरी लगेगी। मानवेन्द्र सिंह चाहते हैं कि यह सारी कवायद उक्त गांवों के निवासियों के हित में मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ही करें।
विधायक मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि छतरपुर जिले की नौगांव तहसील के हरपालपुर के पास ये नौ गांव हैं जोकि उप्र के हैं। इनमें उन्हें ही दौरा करना पड़ता है। अन्य राज्य के गांव होने के कारण वे अपनी विधायक निधि भी इनमें खर्च नहीं कर पाते हैं। इसीलिये इन गांवों के वासियों के हित में मैंने इन्हें मप्र में शामिल किये जाने हेतु मप्र सरकार को पत्र लिखा है।
- डॉ नवीन जोशी
उप्र के नौ गांवों को मप्र में शामिल कराने, सक्रिय हुये भाजपा विधायक मानवेन्द्र सिंह
Location:
Bhopal
👤Posted By: DD
Views: 17990
Related News
Latest News
- भविष्य के कृत्रिम बुद्धिमत्ता समर्थित हमले: डिजिटल दुनिया पर मंडराता खतरा
- क्या भारत बन सकता है आर्थिक महाशक्ति? डेटा क्या कहता है
- भोपाल के युवाओं ने बनाया ऐप, अब वाहन खराब होने पर मैकेनिक की मदद मिलेगी
- लोकसभा चुनाव 2024: मतदाता सूची में नाम जोड़ने के बहाने साइबर बदमाशों ने 35 भोपालवासियों को ठगा
- गूगल ने इजरायल विरोधी कर्मचारियों को नौकरी से निकाला