Bhopal: 11 अप्रैल 2017, प्रदेश की ट्रेजरी नवीन सॉफ्टवेयर आई.एफ.एम.आई.एस. के अन्तर्गत आने के कारण पेपरलेस होने जा रही है। ट्रेजरी के पेपरलेस होने से अब आहरण एवं संवितरण अधिकारियों द्वारा कोषालय में देयक ऑनलाइन प्रस्तुत किये जायेंगे। देयक से संबंधित सभी आवश्यक प्रशासकीय स्वीकृतियाँ लॉगिन के माध्यम से ऑनलाइन ही भेजने की व्यवस्था रहेगी। नयी व्यवस्था में अब प्रत्येक कर्मचारी के एम्पलाई कोड के माध्यम से लॉगिन द्वारा सेवा-पुस्तिका, सभी प्रकार के अवकाश की स्वीकृति, जी.पी.एफ., डी.पी.एफ. अग्रिम आहरण किया जाना, शैक्षणिक योग्यता, जाति और अन्य व्यक्तिगत जानकारियाँ स्वयं के पासवर्ड के माध्यम से लॉगिन द्वारा आवेदित की जायेंगी। इस पर सक्षम अधिकारी द्वारा स्वीकृति भी लॉगिन पासवर्ड से ही प्रदान की जायेगी।
राज्य शासन द्वारा अधिकारी एवं कर्मचारी को 7वाँ वेतनमान शीघ्र भुगतान किया जाना है। इसके लिये वेतन निर्धारण की आवश्यकता होगी। कहा गया है कि समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सेवा-पुस्तिका ऑनलाइन आई.एफ.एम.आई.एस. के अन्तर्गत कार्यालय प्रमुख द्वारा अपलोड की जाये। यह जानकारी अनिवार्य रूप से 15 अप्रैल 2017 तक संभागीय संयुक्त संचालक कोष एवं लेखा को भेजा जाना सुनिश्चित किया जाये। इसके बाद ही वेतन निर्धारण की जानकारी संबंधित को ऑनलाइन ही भेजी जायेगी।
वित्त विभाग ने IFMIS की कार्य प्रक्रिया में आने वाली कठिनाई के लिये टाटा कन्सल्टेंसी सर्विस के हेल्प डेस्क नं. 18001028244 पर सम्पर्क करने के लिये कहा है। निर्देशों में कहा गया है सभी शासकीय कार्यालय वेतन आहरण से पहले वास्तविक कर्मचारियों की संख्या एवं पद संख्या का मिलान करना सुनिश्चित करें। किसी प्रकार की भिन्नता आने पर कोषालय से सम्पर्क किये जाने के लिये कहा गया है। कोषालय से किये जाने वाले समस्त पत्र व्यवहार IFMIS के अंतर्गत कोषालय के ई-मेल IFMIS.o50@mptreasury.gov.in पर ही भेजे जायें।
नये सॉफ्टवेयर की मदद से मध्यप्रदेश की ट्रेजरी होंगी पेपरलेस
Location:
Bhopal
👤Posted By: PDD
Views: 17608
Related News
Latest News
- अमीर बनने के लिए भारत में निवेश करें - अमेरिकी वित्तीय गुरु
- 64 अभ्यर्थियों ने भरे 89 नाम निर्देशन पत्र
- जर्मनी को पछाड़कर भारत रूस का शीर्ष दवा आपूर्तिकर्ता बना
- सरकारी एजेंसी का अलर्ट: फोन और लैपटॉप यूजर्स पर मंडरा रहा खतरा, खाली हो सकता है बैंक अकाउंट!
- मध्य प्रदेश में शराब के शैकिनों सारे रिकॉर्ड तोड़े, रिकॉर्ड खपत