Bhopal: 9 अप्रैल 2018। रवींद्रनाथ टैगोर यूनिवर्सिटी (पूर्ववर्ती आईसेक्ट यूनिवर्सिटी) में रविवार को 7वें वार्षिकोत्सव 'रिदम 2018' के समापन दिवस पर तीसरी अलुमनाय मीट, 'मेमॉयर' का आयोजन हुआ। इस मौके पर अलग-अलग क्षेत्रों और जगहों पर सफलतापूर्वक काम कर रहे विश्वविद्यालय के पूर्व विद्यार्थियों ने शिरकत की और आरएनटीयू परिवार से जुड़ी मौजूदा पीढ़ी से मुलाकात कर उनका मार्गदर्शन भी किया। नए-पुराने विद्यार्थियों के इस मिलन समारोह को रैंप वॉक शो और फन गेम्स ने और भी मनोरंजक और यादगार बना दिया। पूर्व विद्यार्थियों ने पूरे उत्साह के साथ रैंप वॉक में हिस्सा लेकर कॉलेज के पुराने दिनों को याद किया। सौम्या मिश्रा को मिस अलुमनाय और आशीष अर्गल को मिस्टर अलुमनाय चुना गया।
इसके अतिरिक्त पूर्व विद्यार्थियों को कई और टाइटल्स से भी नवाज़ा गया। लड़कियों में आशा प्रीतम और लड़कों में अविकांत सोनी को बेस्ट ड्रेस का टाइटल मिला। वहीं, नेहा झा को मिस परफेक्ट और नितिन सोनी को मिस्टर परफेक्ट चुना गया। सभी पूर्व विद्यार्थियों ने मंच पर आकर कॉलेज के दिनों के पुराने मजेदार किस्से साझा किए। पूर्व विद्यार्थियों ने भावपूर्ण ढंग से विश्वविद्यालय परिवार का धन्यवाद दिया। साथ ही, पूर्व विद्यार्थियों ने फ़िलहाल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे युवाओं को करियर संबंधी महत्वपूर्ण टिप्स देते हुए सलाह दी कि वे अभी अच्छी नौकरी या पैसों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय पढ़ाई पर अधिक ध्यान दें और अपना आधार मजबूत करें।
यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. विजय सिंह और कुलपति महोदय प्रोफेसर ए. के. ग्वाल ने पूर्व विद्यार्थियों का स्वागत किया। श्री विजय सिंह ने इस मौके पर संबोधित करते हुए कहा कि अलुमनाय मीट का सबसे प्रमुख उद्देश्य होता है कि सभी नए-पुराने विद्यार्थी एक-दूसरे के संपर्क में आएं और भविष्य में सीनियर्स द्वारा जूनियर विद्यार्थियों को पूरा सहयोग मिल सके। साथ ही, कुलपति महोदय ने पूर्व विद्यार्थियों से निवेदन किया कि वे परिसर में आते रहें और अध्ययनरत विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते रहें।
आरएनटीयूः 7वें साल के जश्न में नई-पुरानी पीढ़ी का हुआ मेल
Location:
Bhopal
👤Posted By: Admin
Views: 2368
Related News
Latest News
- हिंदू विवाह एक 'संस्कार' और एक संस्कार; 'गीत और नृत्य', 'वाइनिंग और डाइनिंग' या वाणिज्यिक लेनदेन के लिए कोई कार्यक्रम नहीं: सुप्रीम कोर्ट
- सड़क किनारे के ठंडे जूस और पेय 'कूल' नहीं, डायरिया, पीलिया, पेचिश के मामले बढ़ रहे
- सरकार डॉक्टरों के लिए एक समान फीस कैसे तय कर सकती है? क्या होगा अगर सरकार वकीलों के लिए एक समान फीस तय कर दे? : सुप्रीम कोर्ट
- डेटिंग ऐप्स पर प्यार बना धोखेबाजों का अड्डा
- डीपफेक वीडियो एआई कैसे पृथ्वी के सबसे बड़े चुनाव को प्रभावित कर रहा है, साइबर पुलिस भी पहचानने में असमर्थ