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भोपाल 👤By: prativad Views: 2483
ज़रूरी है संवेदनशीलता और सम्मान
31 जुलाई 2024। पेरिस ओलंपिक में पाकिस्तान की प्रतिनिधित्व करने वाली तैराक जहांआरा नबी ने देश के लिए एक नया इतिहास रचा है। उनके परिवार और पूरे देश ने इस उपलब्धि पर गर्व महसूस किया है। हालांकि, जहां एक ओर जहांआरा के शानदार प्रदर्शन की पाकिस्तानी सेलिब्रिटीज खुलकर तारीफ कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ पाकिस्तानी पुरुषों ने उनके तैराकी के परिधान को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं।
Jehanara Nabi, a Pakistani swimmer, participated in #Paris2024. She might not have won a medal, but she has broken many barriers in Pakistan?s conservative society for women participating in such sports. Proud of Jehanara who has a bright future. pic.twitter.com/2II6PBG0T0
? Owais Tohid (@OwaisTohid) July 28, 2024
यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक महिला एथलीट के प्रदर्शन को उसके कपड़ों से जोड़कर देखा जा रहा है। जहांआरा नबी ने न केवल पाकिस्तान का नाम रोशन किया है बल्कि उन्होंने दुनिया भर की महिलाओं के लिए एक मिसाल भी पेश की है।
इस विवाद से हमें क्या सीख मिलती है?
महिलाओं के प्रति सम्मान: किसी भी महिला एथलीट को केवल उसकी उपलब्धियों के आधार पर आंका जाना चाहिए। उसके कपड़े, धर्म या किसी अन्य व्यक्तिगत पहलू को उसके प्रदर्शन से जोड़ना अनुचित है।
सकारात्मक सोच: हमें एथलीटों का उत्साहवर्धन करना चाहिए, न कि उनकी निंदा करना।
समाज में बदलाव: हमें एक ऐसे समाज का निर्माण करने की आवश्यकता है जहां महिलाएं बिना किसी भेदभाव के अपने सपने पूरे कर सकें।
समाधान क्या हो सकता है?
जागरूकता फैलाना: हमें लोगों को महिलाओं के प्रति सम्मान और समानता के बारे में जागरूक करना होगा।
कानूनी कार्रवाई: ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए जो महिलाओं का अपमान करते हैं।
सकारात्मक माहौल बनाना: हमें एक ऐसा माहौल बनाना होगा जहां महिलाएं बिना किसी डर के खेलों में भाग ले सकें।
जहांआरा नबी की उपलब्धि एक प्रेरणा है। हमें उनके प्रयासों की सराहना करनी चाहिए और उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए। साथ ही, हमें इस विवाद से सीख लेते हुए महिलाओं के प्रति सम्मान और समानता के लिए काम करना चाहिए।