संपादकीय
Breaking News
- एक कंपनी जो आपके मल के लिए 40 हजार रुपये का ऑफर कर रही, यानी सालाना 1.5 करोड़ रुपये
- मप्र: राज्य ई-कैबिनेट शुरू करने के लिए तैयार; मंत्रियों को एजेंडा ऑनलाइन प्राप्त होगा
- क्या नींबू पानी किडनी के लिए अच्छा है?
- हिंदू विवाह एक 'संस्कार' और एक संस्कार; 'गीत और नृत्य', 'वाइनिंग और डाइनिंग' या वाणिज्यिक लेनदेन के लिए कोई कार्यक्रम नहीं: सुप्रीम कोर्ट
- सड़क किनारे के ठंडे जूस और पेय 'कूल' नहीं, डायरिया, पीलिया, पेचिश के मामले बढ़ रहे
- सरकार डॉक्टरों के लिए एक समान फीस कैसे तय कर सकती है? क्या होगा अगर सरकार वकीलों के लिए एक समान फीस तय कर दे? : सुप्रीम कोर्ट
- डेटिंग ऐप्स पर प्यार बना धोखेबाजों का अड्डा
- डीपफेक वीडियो एआई कैसे पृथ्वी के सबसे बड़े चुनाव को प्रभावित कर रहा है, साइबर पुलिस भी पहचानने में असमर्थ
- सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद, उत्तराखंड प्राधिकरण ने 14 पतंजलि और दिव्य फार्मेसी उत्पादों के लाइसेंस निलंबित किये
- 'भारत झुकेगा नहीं'- चीन से बातचीत पर रक्षा मंत्री
- मध्य प्रदेश: सीहोर में पहला महिला बाजार असफल
- यूरोपीय संघ ने कारों में गति सीमा का पालन कराने वाली तकनीक को अनिवार्य किया, ब्रिटेन ने इनकार किया
- ट्रांसजेंडर ने फैशन शो में दिया मतदान करने का संदेश
- जेपी मॉर्गन चेज़ के सीईओ ने भारत की नीतियों की प्रशंसा की, कहा भारत को "लेक्चर" ना दें
- व्हाट्सएप ने दिल्ली हाई कोर्ट में कहा, एन्क्रिप्शन हटाने पर मजबूर किया, तो छोड़ देंगे भारत
- भारत वैश्विक आतंकवाद विरोधी तकनीकी उपाय चाहता हैं
- मिस वर्ल्ड ही नहीं अब Miss AI का भी होगा कम्पटीशन, मिलेगा ₹16 लाख का नकद पुरस्कार
- व्यंजनप्रेमियों के लिए कोर्टयार्ड बाय मैरियट लेकर आया राजस्थानी फूड फेस्टीवल
- अमेरिकी खुफिया अधिकारी का दावा: चीन से युद्ध में अनुभव अमेरिका को दिलाएगा जीत, लेकिन भारी नुकसान भी उठाना होगा
- भविष्य के कृत्रिम बुद्धिमत्ता समर्थित हमले: डिजिटल दुनिया पर मंडराता खतरा
Latest News
- एक कंपनी जो आपके मल के लिए 40 हजार रुपये का ऑफर कर रही, यानी सालाना 1.5 करोड़ रुपये
- मप्र: राज्य ई-कैबिनेट शुरू करने के लिए तैयार; मंत्रियों को एजेंडा ऑनलाइन प्राप्त होगा
- क्या नींबू पानी किडनी के लिए अच्छा है?
- हिंदू विवाह एक 'संस्कार' और एक संस्कार; 'गीत और नृत्य', 'वाइनिंग और डाइनिंग' या वाणिज्यिक लेनदेन के लिए कोई कार्यक्रम नहीं: सुप्रीम कोर्ट
- सड़क किनारे के ठंडे जूस और पेय 'कूल' नहीं, डायरिया, पीलिया, पेचिश के मामले बढ़ रहे