भोपाल: 6 अक्टूबर 2023। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भूमिका सबसे ज्यादा चर्चा में है। भाजपा की तीन लिस्ट में चौहान का नाम न आने के बाद यह लोग कयास लगा रहें कि पार्टी उन्हें किनारे कर रही है। इन चर्चाओं के बाद कई मौकों पर चौहान जज्बाती होते हुए भी दिखे।
आज जबलपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे पर चौहान ने एक बार फिर जनता से पूछा कि वह कैसे मुख्यमंत्री रहे हैं। उन्होंने कैसी सरकार चलाई है। चौहान के इस सवाल के बाद अब यह सवाल उठ रहे हैं कि क्या वह पीएम को अपनी काबिलियत साबित करने की कोशिश कर रहे थे, या फिर इस तरफ इशारा कर रहे थे कि अब उनके जाने का वक्त आ गया है, लेकिन वह फेल होकर नहीं, बल्कि पास होकर जा रहे हैं।
पीएम के सामने सीएम ने पूछा कैसी सरकार चलाई?
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जबलपुर की सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने अपने भाषण के दौरान जनता से जवाब मांगा कि हमने अच्छी सरकार चलाई या बुरी सरकार चलाई। फिर उन्होंने जनता से अपील की कि वे दोनों हाथ उठाकर मेरे इस सवाल का जवाब दें। शिवराज सिंह ने अपने सवाल को फिर से दोहराया और पीछे तक बैठी हुई जनता को फिर आवाहन किया कि भाइयों और बहनों आप बताओ कि मैंने अच्छी सरकार चलाई या बुरी सरकार चलाई। इस सवाल के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान थोड़े जज्बाती होते भी नजर आए।
पीएम को समझाने की कोशिश कर रहे चौहान?
मुख्यमंत्री का यह सवाल किसके लिए था, वह किसे यह समझाने की कोशिश कर रहे थे कि उन्होंने अच्छी सरकार चलाई है। दरअसल मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठे हुए थे और ऐसा लग रहा था कि मुख्यमंत्री शिवराज उन्हें यह समझाने की कोशिश कर रहे थे की एमपी में शिवराज सिंह चौहान ने अब तक बहुत अच्छी सरकार चलाई है।
दरअसल इस समय मध्य प्रदेश की राजनीति में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बदलने की चर्चा चल रही है। भाजपा ने विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कोई चेहरा घोषित नहीं किया है। वहीं दूसरी तरफ जिन सांसदों को प्रदेश के विधानसभा चुनाव में उतर गया है, वे इस बात का इशारा कर रहे हैं कि यदि पार्टी सरकार बनाने में सफल रहती है, तो वह भी एमपी की बागडोर संभाल सकतें हैं।
दिग्गजों के जमीन पर उतरने के बाद सीएम फेस के लिए कई चेहरे
प्रहलाद पटेल अपने बयानों में यह बोल चुके हैं कि प्रदेश में संसाधनों की कमी नहीं है। यदि अच्छी टीम होगी, तो मध्य प्रदेश का और अधिक विकास संभव है। दूसरी तरफ कैलाश विजयवर्गीय ने भी अपने बयानों में इशारा किया है कि उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। फग्गन सिंह कुलस्ते के क्षेत्र में भी आदिवासी मुख्यमंत्री की चर्चा जोरों पर है, ग्वालियर में तो मुख्यमंत्री पद के दो दावेदार हैं। नरेंद्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया इन सबसे हटकर यदि हम बाकी सांसदों पर भी नजर डालें तो ऐसी संभावना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह अपनी पसंद के किसी सांसद को मुख्यमंत्री बना सकते हैं। इसमें किसी की भी लॉटरी खुल सकती है।
अच्छे का अच्छा होना चाहिए नतीजा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जबलपुर द्वारा शिवराज सिंह चौहान के साथ आचार संहिता के पहले अंतिम सरकारी कार्यक्रम भी माना जा सकता है। जहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी काबिलियत नरेंद्र मोदी के सामने पेश करने की कोशिश कर रहे थे। उनके इस सवाल में एक जवाब भी छुपा हुआ था कि आखिर उन्हें हटाने की चर्चा क्यों की जा रही है। उन्होंने अच्छी सरकार चलाई है और अच्छी सरकार चलाने का नतीजा अच्छा होना चाहिए।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के लिए मुख्यमंत्री का चेहरा एक महत्वपूर्ण मुद्दा लोगों के लिए बना हुआ है। शिवराज सिंह चौहान को हटाने की अफवाहों के बीच चौहान ने पीएम मोदी के सामने जनता से पूछकर यह संदेश देने की कोशिश की कि उन्होंने सही में अच्छी सरकार चलाई है और वह विश्वास से भरे हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने पीएम मोदी के सामने जनता से पूछा कि उन्होंने कैसी सरकार चलाई?
Location:
भोपाल
👤Posted By: prativad
Views: 705
Related News
Latest News
- इंडियनऑयल ने श्रीलंका को प्रीमियम ईंधन XP100 का निर्यात किया
- नंगे पैर चलने का चलन: दुनिया भर में लोग अपना रहे हैं ये ट्रेंड, जानिए क्या हैं इसके पीछे के कारण
- यौन अपराधों से बच्चों को संरक्षण के लिये बना है पॉक्सो अधिनियम
- हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम | हिंदू महिला धारा 14(1) के तहत संपत्ति के पूर्ण स्वामित्व का दावा तभी कर सकती है जब उसके पास संपत्ति हो: सुप्रीम कोर्ट
- यूरोपीय संघ: फेसबुक और इंस्टाग्राम बच्चों को नशे की लत लगा सकते हैं, जांच शुरू