दिल्ली की पूजा कौल ने हाल ही में ऑर्गेनिक नाम से एक स्टार्ट-अप लॉन्च किया है, जो गधी के दूध से साबुन बनाती है।
हाल ही में पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद मेनका गांधी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है...इस वीडियो में वो कहती नजर आ रही हैं कि गधे के दूध का बना साबुन महिलाओं के शरीर को हमेशा सुंदर रखता है। उन्होंने यहां तक कहा कि एक मशहूर विदेशी रानी क्लियोपैट्रा सुंदर बने रहने के लिए गधे के दूध से नहाती थीं। अब सवाल उठता है कि क्या सच में गधे के दूध का बना साबुन इतना फायदेमंद होता है और अगर हां, तो फिर गधे के दूध से साबुन बनता कैसे है, इसकी पूरी प्रक्रिया क्या है?
गधी के दूध से साबुन कैसे बनता है
गांव कनेक्शन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में रहने वाली पूजा कौल ने हाल ही में एक स्टार्टअप शुरू किया है जिसका नाम है 'ऑर्गेनिको' ये स्टार्टअप गधी के दूध से साबुन बनाता है। पूजा कौल ने चंडीगढ़ में आयोजित 6वें इंडियन ऑरगेनिक फेस्टिवल में भी अपने इस अनोखे साबुन को पेश किया था। इस रिपोर्ट में पूजा कौल बताती हैं कि गधी के दूध से साबुन बनाने के लिए गधी के दूध के साथ 5 तरह के नेचुरल ऑयल मिलाए जाते हैं। इसके साथ ही इसमें शहद और चारकोल भी मिलाया जाता है जो एक्ने ऑयली त्वचा के लिए फायदेमंद होता है। जबकि जिनकी त्वचा नाजुक है उनके लिए गधी के दूध में ऐलोवेरा, चंदन, नीम, पपीता, हल्दी और कई तरह के तेलों का इस्तेमाल कर के साबुन बनाया जाता है। आपको बता दें गधी के दूध से बने साबुन आपको 500 रुपये में मिल जाएंगे।
गधी के दूध में क्या गुण पाए जाते हैं
गधी के दूध में फैटी एसिड होते हैं, जो शक्तिशाली एंटी-एजिंग और हीलिंग गुणों के रूप में काम करते हैं। ये फैटी एसिड स्किन पर झुर्रियों को धुंधला करते हैं और डैमेज स्किन को दोबारा बनाने में मदद करते हैं। साथ ही, गधी के दूध में जीवाणुरोधी गुण भी होते हैं जो स्किन की जलन और लालिमा को ठीक करने में प्रभावी होते हैं। युवाओं के लिए प्राकृतिक अमृत के रूप में जाना जाने वाला, गधी का दूध... एंटीऑक्सिडेंट और पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें विटामिन ई, अमीनो एसिड, विटामिन ए, बी1, बी6, सी, ई, ओमेगा 3 और 6 होते हैं।
गधी के दूध का साबुन, जो महिलाओं के शरीर को रखेगा सुंदर
Place:
Bhopal 👤By: prativad Views: 4887
Related News
Latest News
- मनुष्य के मुकाबले ज्यादा बुद्धिमान एआई मशीनें, अनियंत्रित वृद्धि मानवता के लिए खतरा
- सुरक्षा बल का हिस्सा बनकर होता है गर्व: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से बोली महिला कांस्टेबल
- उज्जैन और ग्वालियर के लिए पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा जमीन पर
- भारत ने व्हाट्सएप पर 25 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया
- मंत्रि-परिषद के निर्णय: श्रीकृष्ण पाथेय न्यास गठन और 209 स्टाफ नर्सों की नियुक्ति को मंजूरी
- एचआईवी जीनोम की पहचान के लिए नई फ्लोरोमेट्रिक तकनीक विकसित