3 फरवरी 2025। केंद्रीय बजट 2025-26 में मध्य प्रदेश के रेलवे विकास के लिए 14,745 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इस आवंटन से राज्य में ट्रेनों की गति बढ़ेगी और यात्री सुविधाओं में भी सुधार होगा।
नई परियोजनाएं:
रेल बजट 2025-26 के तहत मध्य प्रदेश में 31 नई रेल परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है, जिनकी कुल लंबाई 5,869 किलोमीटर है।
बीना से इटारसी के बीच चौथी रेल लाइन और इटारसी से खंडवा के बीच तीसरी व चौथी रेल लाइन बिछाई जाएगी।
इन परियोजनाओं के पूरा होने से मुंबई-दिल्ली मार्ग पर ट्रेनें 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेंगी।
वर्ष 2025-26 के बजट में मध्य प्रदेश में रेलवे के डेवलपमेंट के लिए आवंटित किए गए 14,745 करोड़ रुपये: माननीय रेल मंत्री श्री @AshwiniVaishnaw#Rail_infra_boost#Budget2025#ViksitBharatBudget2025#UnionBudget2025 pic.twitter.com/8yXwJWRBkK
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) February 3, 2025
अमृत स्टेशन योजना:
यात्रियों की सुविधा के लिए मध्य प्रदेश के 80 स्टेशनों को अमृत स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है।
इन स्टेशनों पर कुल 2,708 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
इन स्टेशनों में अकौड़िया, आमला, अनुपपुर, अशोकनगर, बालाघाट, बनापुरा, बरगवां, ब्योहारी, बेरछा, बैतूल, भिंड, भोपाल, बिजुरी, बीना, ब्यावरा राजगढ़, छिंदवाड़ा, डबरा, दमोह, दतिया, देवास, गाडरवारा, गंजबासोदा, घोड़ाडोंगरी, गुना, ग्वालियर, हरदा, हरपालपुर, इंदौर जंक्शन, इटारसी जंक्शन, जबलपुर, जुन्नारदेव, करेली, कटनी जंक्शन, कटनी मुरवारा, कटनी साउथ, खाचरोद, खजुराहो जंक्शन, खंडवा, खिरकिया, लक्ष्मीबाई नगर, मैहर, मक्सी जंक्शन, मंडला फोर्ट, मंदसौर, एमसीएस छतरपुर, मेघनगर, मुरैना, मुलताई, नागदा जंक्शन, नैनीपुर जंक्शन, नर्मदापुरम (होशंगाबाद), नरसिंहपुर, नेपानगर, नीमच, ओरछा, पांढुर्ना, पिपरिया, रतलाम, रीवा, रुथियाई, सांची, संत हिरदाराम नगर, सतना, सागर, सीहोर, सिवनी, शहडोल, शाजापुर, श्यामगढ़, श्योपुर कला, शिवपुरी, श्रीधाम, शुजालपुर, सिहोरा रोड, सिंगरौली, टीकमगढ़, उज्जैन, उमरिया, विदिशा और विक्रमगढ़ आलोट जैसे प्रमुख स्टेशन शामिल हैं।
कवच सिस्टम:
पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल डीआरएम देवाशीष त्रिपाठी ने बताया कि मध्य प्रदेश में 3,572 किलोमीटर रेल मार्ग पर सुरक्षा की दृष्टि से कवच सिस्टम लगाया जाएगा।
इसमें 1422 किलोमीटर ट्रैक पर कवच लगाने का कार्य प्रगति पर है।
अन्य विकास कार्य:
राज्य के 2808 किलोमीटर के रेलमार्ग में शत-प्रतिशत इलेक्ट्रीफिकेशन किया गया है।
बीते 10 सालों में मध्य प्रदेश में 2456 किलोमीटर नई रेल की पटरियों का निर्माण किया गया है।
स्टेशन पुनर्विकास परियोजनाओं के तहत रानी कमलापति, ग्वालियर, खजुराहो, सतना, इंदौर, बीना और जबलपुर जैसे महत्वपूर्ण स्टेशनों के पुनर्विकास पर 1,950 करोड़ की लागत से कार्य किया जा रहा है।
पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता:
रेलवे कार्बन उत्सर्जन जीरो करने की दिशा में काम कर रहा है।
प्रदेश में समूचे रेलवे ट्रैक का शत-प्रतिशत इलेक्ट्रिफिकेशन किया गया है।
रेलवे क्लीन एनर्जी के रूप में न्यूक्लियर एनर्जी को बढ़ावा देने की ओर कदम बढ़ा रहा है।
केंद्रीय बजट 2025-26 में मध्य प्रदेश के रेलवे विकास के लिए किए गए प्रावधान राज्य में रेल सेवाओं को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इन परियोजनाओं से यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा, साथ ही राज्य के आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।