
22 नवंबर 2024। अभिषेक बच्चन की फिल्म 'आई वॉन्ट टू टॉक' ने बॉक्स ऑफिस और दर्शकों के बीच धूम मचा दी है। शूजित सरकार के निर्देशन में बनी इस फिल्म ने अपनी अनोखी कहानी, दमदार अभिनय और गहन भावनात्मक दृश्य से लोगों का ध्यान खींचा है।
कहानी
"आई वांट टू टॉक" एक मार्मिक फिल्म है जो एक पिता और बेटी के बीच गहरे बंधन को दर्शाती है क्योंकि वे जीवन की चुनौतियों से निपटते हैं। कहानी अर्जुन सेन के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक सफल मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव है, जिसे कैंसर का पता चलता है। बीमारी से जूझते हुए, वह अपनी बेटी रेया के साथ अपने रिश्ते को फिर से खोजता है और उसे मजबूत बनाता है।
फिल्म लचीलापन, प्यार और मानवीय संबंधों की शक्ति के विषयों की खोज करती है। यह अर्जुन के विपरीत परिस्थितियों से उबरने के दृढ़ संकल्प और अपनी बेटी की भलाई के लिए उसकी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
दिल को छू लेने वाले और दिल को छू लेने वाले पलों की एक श्रृंखला के माध्यम से, फिल्म परिवारों के भीतर खुले संचार और समझ के महत्व पर प्रकाश डालती है। यह एक पिता के प्यार और एक बेटी के अटूट समर्थन का एक मार्मिक चित्रण है, जो अंततः आशा और दृढ़ता का संदेश देता है।
दर्शकों की प्रतिक्रिया
दर्शकों ने सोशल मीडिया पर फिल्म की काफी तारीफ की है। कई लोग इसे अभिषेक बच्चन के करियर की बेस्ट फिल्मों में से एक मान रहे हैं। हालांकि, कुछ दर्शकों ने इसे थोड़ा धीमा बताया, लेकिन इसके इमोशनल पहलू और संदेश ने सबका दिल जीत लिया।
समीक्षकों की राय
समीक्षक फिल्म की गहराई और अभिषेक बच्चन के दमदार प्रदर्शन की सराहना कर रहे हैं। एक समीक्षक ने कहा, "यह फिल्म न केवल मनोरंजन करती है, बल्कि समाज के महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी प्रकाश डालती है।"
बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन
फिल्म ने पहले दिन अच्छे आंकड़े दर्ज किए हैं और वीकेंड पर और बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद है। इसकी कहानी और निर्देशन दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींचने में सफल रहे हैं।
अभिषेक बच्चन का प्रदर्शन
अभिषेक बच्चन ने फिल्म में अपने किरदार के हर पहलू को बखूबी निभाया है। उनकी अदायगी में वह गंभीरता और संवेदनशीलता दिखी, जो उनके किरदार की जरूरत थी। यह कहना गलत नहीं होगा कि उन्होंने इस फिल्म के जरिए अपनी अभिनय क्षमता का एक और स्तर साबित किया है।
'आई वॉन्ट टू टॉक' एक ऐसी फिल्म है जो न केवल आपको मनोरंजन करती है, बल्कि आपको सोचने पर भी मजबूर करती है। हंसी, इमोशन और एक सामाजिक संदेश के साथ यह फिल्म देखने लायक है।