अमेरिका बिटकॉइन को अपने रणनीतिक रिज़र्व में शामिल करने पर कर रहा विचार

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Place: वॉशिंगटन                                                👤By: prativad                                                                Views: 390

6 मार्च 2025। संयुक्त राज्य अमेरिका क्रिप्टो रणनीतिक रिज़र्व बनाने पर विचार कर रहा है, जिसमें बिटकॉइन मुख्य संपत्ति हो सकती है। यह जानकारी माइक्रोस्ट्रेटजी के सह-संस्थापक और कार्यकारी अध्यक्ष माइकल सेलर ने फॉक्स बिजनेस को दिए एक साक्षात्कार में साझा की।

यह चर्चा व्हाइट हाउस क्रिप्टो शिखर सम्मेलन से पहले हो रही है, जहां नीति निर्माता और उद्योग के नेता डिजिटल संपत्तियों के भविष्य पर चर्चा करेंगे। सेलर, जिनकी कंपनी के पास लगभग 500,000 बिटकॉइन (जो कि वैश्विक आपूर्ति का 2.4% है), ने बिटकॉइन को एक महत्वपूर्ण डिजिटल संपत्ति के रूप में स्वीकार करने की संभावना पर जोर दिया।

✅ क्या अमेरिका बिटकॉइन को अपने रिज़र्व में शामिल करेगा?
सेलर ने बताया कि अमेरिकी सरकार के पास वर्तमान में लगभग 200,000 बिटकॉइन हैं, जिनका बाजार मूल्य लगभग 7 बिलियन डॉलर है। उन्होंने लुम्मिस बिल का हवाला दिया, जो सुझाव देता है कि अमेरिका चार साल में एक मिलियन बिटकॉइन का अधिग्रहण कर सकता है। इस रणनीति का उद्देश्य डिजिटल संपत्तियों को पारदर्शी और संगठित रूप से एकत्र करना है।

"सबसे जिम्मेदार तरीका यह होगा कि इसे धीमे और स्थिर तरीके से अपनाया जाए, जिससे पारदर्शिता बनी रहे," सेलर ने कहा। उन्होंने यह भी बताया कि बिटकॉइन एक डिजिटल संपत्ति है, जो व्यक्तियों और राष्ट्रों को अपनी संपत्ति सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है।

✅ क्या अन्य क्रिप्टोकरेंसी भी होंगी शामिल?
हालांकि बिटकॉइन प्रमुख डिजिटल संपत्ति बनी हुई है, शिखर सम्मेलन में एथेरियम (ETH), रिपल (XRP), सोलाना (SOL) और कार्डानो (ADA) जैसी अन्य क्रिप्टोकरेंसी पर भी चर्चा हो सकती है। लेकिन सेलर का मानना है कि रणनीतिक रिज़र्व में केवल बिटकॉइन को ही शामिल किया जाना चाहिए, क्योंकि यह विकेंद्रीकृत है और इसका कोई केंद्रीय जारीकर्ता नहीं है।

✅ डिजिटल भविष्य की ओर अमेरिका का कदम
सेलर ने बिटकॉइन की तुलना अमेरिका की ऐतिहासिक भूमि खरीद से की, जैसे कि लुइसियाना खरीद और अलास्का अधिग्रहण। उन्होंने बिटकॉइन को साइबरस्पेस में संपत्ति बताया और कहा कि भविष्य में वैश्विक संपत्ति डिजिटल रूप में स्थानांतरित होगी।

"अमेरिका के पास साइबरस्पेस में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का अवसर है, इससे पहले कि अन्य देश इसमें बढ़त बना लें," सेलर ने कहा।

✅ सरकारी हस्तक्षेप को लेकर चिंता
बिटकॉइन को मूल रूप से एक विकेंद्रीकृत वित्तीय साधन के रूप में डिजाइन किया गया था, लेकिन अब अमेरिकी सरकार इसमें रुचि दिखा रही है। इससे कुछ शुरुआती उपयोगकर्ता चिंतित हो सकते हैं।

सेलर ने इन आशंकाओं को खारिज करते हुए कहा कि सरकारी अपनाना एक स्वाभाविक विकास है, जैसे कि व्यक्तियों और कंपनियों ने बिटकॉइन को अपनी वित्तीय रणनीतियों में शामिल किया है।

✅ आगामी शिखर सम्मेलन से संभावित परिणाम
जैसे-जैसे नीति निर्माता व्हाइट हाउस क्रिप्टो शिखर सम्मेलन के लिए एकत्र हो रहे हैं, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि बिटकॉइन राष्ट्रीय रिज़र्व में शामिल किया जाएगा या नहीं। यदि अमेरिका इस रणनीति के साथ आगे बढ़ता है, तो यह वैश्विक वित्तीय नीति में एक बड़ा बदलाव ला सकता है और देश को डिजिटल संपत्तियों को अपनाने में अग्रणी बना सकता है।

"नियामक स्पष्टता प्राथमिकता होनी चाहिए," सेलर ने कहा। "यदि अमेरिका डिजिटल संपत्तियों को अपनाना चाहता है, तो उसे एक संगठित ढांचा तैयार करना होगा और बिटकॉइन अधिग्रहण को पारदर्शी तरीके से करना होगा।"

यह शिखर सम्मेलन क्रिप्टोकरेंसी बाजार पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है और निवेश रणनीतियों और विनियमन को नया आकार दे सकता है।

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