एक पिता जो अपनी बेटी का उज्जवल भविष्य चाहते हैं और मानते हैं कि बेटी भी परिवार के लिये नाम, सम्मान और प्रतिष्ठा कमा सकती है
सबसे अधिक कन्या भू्रण हत्या वाले राज्य हरियाणा में लड़कियों को स्कूल भेजने से ज़्यादा महत्व इस बात को दिया जाता है कि वे खेतों में काम करें लेकिन 'मेरी दुर्गा' उसी माहौल में पली ब-सजय़ी एक ऐसे पिता की कहानी है जो अपनी बेटी के उज्जवल भविष्य की ख़ातिर हर परेशानी -हजयेलकर भी उसे प-सजय़ाना चाहते हैं। लेकिन दुर्गा अपने पिता की उम्मीदों पर कभी खरी नहीं उतरती है। स्टार प्लस आपके लिये पिता-ंउचयबेटी के अनोखे रिश्ते की एक नयी कहानी लेकर आ रहा है जहां उम्दा अभिनेता विकी आहूजा यशपाल चैधरी के किरदार में नज़र आएॅंगे तो अनन्या अग्रवाल उनकी बेटी दुर्गा के किरदार में है। आपकी पृष्ठभूमि क्या है, इससे फ़र्क नहीं पड़ता क्योंकि आपके सपने ही आपका भविष्य तय करते हैं। स्कूल में चपरासी यशपाल एक प्रगतिशील पिता हैं जिनकी सोच गाॅंव के लोगों से बिल्कुल अलग है, ये लड़के और लड़कियों में कोई फ़र्क नहीं सम-हजयते। एक तरफ़ वो अपनी 12 साल की बेटी के लिये अपनी सीमा से ब-सजय़कर सपना देखते हैं। उनकी नज़रों में शिक्षा ही अपने भविष्य को उज्जवल बनाने का एकमात्र मार्ग है तो दूसरी तरफ दुर्गा एक मासूम लड़की है जो हरियाणा के ख़ूबसूरत माहौल में अपने बचपन को पूरी मस्ती से जी रही है।
उसे किताबें प-सजय़ने से अच्छा धान के खेतों में पतंगों के पीछे भागना और नदियों में तैरना ज़्यादा अच्छा लगता है। उसे स्कूल जाते हुए आम के पेड़ों के पीछे छिप जाना और कटी पतंग के पीछे भागना अच्छा लगता है। वह मेहनत करने से कभी पीछे नहीं रहती और अपनी किताबों के साथ बहुत वक़्त बिता कर प-सजय़ने की कोशिश करती है लेकिन संख्याएं और अक्षर उसके दिमाग में नहीं घुसते। वह अपने परिवार की दुविधा और उसकी आर्थिक स्थिति को सम-हजयती है और जरूरत में हर तरह की मदद करने को भी तैयार रहती है भले इसके लिए क्यों न उसे अपनी गुल्लक तोड़नी पड़े।
अपने किरदार के बारे में बात करते हुए विकी आहूजा कहते हैं, 'मेरी दुर्गा' पिता-ंउचयबेटी के ख़ूबसूरत रिश्ते की कहानी है। मु-हजये लगता है कि पिता-ंउचयबेटी की इस ख़ूबसूरत कहानी के इस सफ़र में हर माता पिता अपने आपको जुड़ा हुआ पाएंगे। वह अपनी बेटी को शिक्षित और सफ़ल इंसान बनाना चाहते हैं इसलिये वह कई बार अपनी सीमा से बाहर भी चले जाते हैं ताकि जो सपना उन्होंने देखा है वो पूरा हो।" दुर्गा का किरदार निभाने वाली अनन्या अग्रवाल ने कहा, 'दुर्गा के लिये अपने पिता का सपना बेहद महत्वपूर्ण है और वह अपने पिता की उम्मीदों पर खरे उतरने की पूरी कोशिश करती है हालांकि वह प-सजय़ाई में, खासकर गणित में काफी कमजोर है। मुंबई में पली ब-सजय़ी होने की वजह से मेरा बचपन हरियाणा की दुर्गा से अलग रहा है। वह पतंगों के पीछे भागना, पेड़ों से आम तोड़ना और दोस्तों के साथ खेलना पसंद करती है। मु-हजये शूटिंग में बहुत मजा आया क्योंकि मुंबई में जो खेल मैं खेलती हूं, ये सब उनसे बेहद अलग और दिलचस्प खेल हैं।"
जानने के लिये देखिए उतार च-सजय़ावों से भरा यशपाल और दुर्गा का खूबसूरत सफ़र 'मेरी दुर्गा' 26 जनवरी 2017 से शाम 6.30 बजे स्टार प्लस पर
क्या दुर्गा पिता के सपने बना पायेगी अपने ?
Place:
Bhopal 👤By: प्रतिवाद Views: 19149
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