
4 सितम्बर 2017। सामान्यतौर पर टीचर्स डे के उपलक्ष्य में विद्यार्थी अपने शिक्षकों के सम्मान के लिए कोई न कोई आयोजन करते हैं किंतु टीचर्स डे की पूर्व संध्या पर एलएनसीटी वर्ल्ड स्कूल में शिक्षकों ने विद्यार्थियों के लिए रोचक एक्टिविटी आयोजित की। यह प्रयास था इंटरनेट, मोबाइल फोन और कम्प्यूटर की वजह से डिजीटल वर्ल्ड में खो रहे बच्चों को स्टोरी टेलिंग और रीडिंग हैबिट की ओर वापस ले जाने का। इस दौरान स्कूल में सिलेबस की किताबों की जगह प्रत्येक कक्षा में बच्चों को जाने माने लेखकों की पुस्तकों को पढ़ाया यया साथ ही उन्हें बुक्स रीडिंग से होने वाले फायदों के बारे में भी बताया गया।
स्कूल की निदेशक श्रीमती पूजाश्री चौकसे ने इस पहल के बारे में बताया कि आज के दौर में बच्चे अपनी पढ़ाई से लेकर अन्य जानकारियों के लिए इंटरनेट पर आश्रित होते जा रहे हैं जिससे उनमें बुक्स रीडिंग की आदत खत्म हो रही है। इसका असर उनके इमेजिनेशन और क्रिएटिविटी पर पड़ रहा है। वे किसी भी चीज में दिमाग लगाने से बेहतर इंटरनेट की मदद लेना ज्यादा पसंद करते हैं। किताबों को पढ़ना, चिंतन व मनन करने पर वे विषयों की गहराई तक जा सकते हैं जिससे न केवल उनका ज्ञान बढ़ सकता है बल्कि वे ज्यादा आत्मविश्वासी, आत्मनिर्भर तथा बन सकते हैं। यही वजह है कि एलएनसीटी वर्ल्ड स्कूल में बुक्स रीडिंग नियमित अध्ययन के रूप से शामिल किया गया है।