
बाबा वनखंडी नाथ मंदिर में मंगलवार को आयोजित दंगल लेडी 'सुल्तान' नेहा तोमर के नाम रहा। नेहा ने दिल्ली के पहलवान हारुन को महज पांच मिनट में ही धूल चटा दी। जोगी नवादा में दोपहर साढ़े तीन बजे शुरू हुई कुश्ती देखने के लिए भारी भीड़ जुटी थी। ज्यादातर लोगों ने दांव हारुन पर लगाया। यह सोचकर कि उत्तराखंड के देहरादून की नेहा उसे क्या मात देगी, मगर यहां तो कुछ मिनट में ही कुश्ती का नजारा बदल गया। जैसे ही दांव-पेच शुरू हुए, लेडी सुल्तान के आगे हारुन बेबस नजर आने लगे। नतीजा कुछ ही देर बाद सबके सामने आ गया। लेडी सुल्तान ने उन्हें धूल चटा दी।
सोमवार को नेहा ने बीच दंगल में पुरुष पहलवानों को मुकाबले के लिए ललकारा तो लखनऊ के नवाब ने कुश्ती लड़ने के लिए हाथ मिलाया था। कुश्ती के दौरान नेहा ने महज पांच मिनट में ही उन्हें चित कर जीत का परचम लहराया था।
ओलंपिक में गोल्ड की हसरत
उम्र महज 18 वर्ष। इरादे पहाड़ से फौलादी। जी हां, जोगी नवादा में दो-दो पुरुष पहलवानों को धूल चटाने वाली नेहा की फिलहाल यह पहचान है। देहरादून के ढकरानी गांव की हैं। पिता-परचराम। तीन बहनें और एक भाई है। पहाड़ की हूं, किसी से नहीं डरती। बस, एक ही हसरत है। ओलंपिक में देश के लिए गोल्ड मेडल जीतना..। साथ ही लड़कियों को कुश्ती में आगे लाने के लिए प्रोफेशनल अखाड़ा खोलना।
नेहा अखाड़े में उतरने से पहले कबड्डी की शौकीन थीं। कबड्डी खेलने के दौरान उन्हें कुश्ती का शौक लग गया। फिर क्या था, दांव-पेंच सीखने के लिए गांव के अखाड़े में कदम रखा।