27 जून 2024। जूलियन असांजे, विकीलीक्स के संस्थापक, को 5 साल की जेल के बाद रिहा कर दिया गया है। यह अमेरिका के साथ एक समझौते के तहत हुआ है, जिसमें उन्होंने जासूसी के दो आरोपों को स्वीकार कर लिया है।
असांजे को 2010 में अमेरिकी सेना द्वारा इराकी नागरिकों की हत्या का एक वीडियो लीक करने के बाद गिरफ्तार किया गया था। उन्हें 2019 में अमेरिका द्वारा प्रत्यर्पण का सामना करना पड़ा था, जिसने उन पर जासूसी के आरोप लगाए थे।
असांजे की रिहाई को दुनिया भर के समर्थकों ने स्वागत योग्य कदम बताया है, जिन्होंने उन्हें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सत्ता के दुरुपयोग के खिलाफ लड़ने वाले नायक के रूप में देखा है।
पत्रकारिता के लिए एक मील का पत्थर
असांजे की रिहाई पत्रकारिता के लिए एक महत्वपूर्ण जीत है। उन्होंने दिखाया है कि सत्ता के खिलाफ भी सच बोला जा सकता है, भले ही इसके लिए भारी कीमत चुकानी पड़े।
विकीलीक्स द्वारा प्रकाशित दस्तावेजों ने दुनिया भर में कई घोटालों और युद्ध अपराधों का खुलासा किया है। इन दस्तावेजों ने नागरिकों को अपनी सरकारों के कामकाज को बेहतर ढंग से समझने और सत्ता के दुरुपयोग के खिलाफ आवाज उठाने में मदद की है।
असांजे का संघर्ष जारी है
हालांकि असांजे को रिहा कर दिया गया है, लेकिन उनका संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है। उन्हें अमेरिका में जासूसी के आरोपों का सामना करना पड़ सकता है, जहां उन्हें 175 साल तक की जेल की सजा हो सकती है। जूलियन की पत्रकारिता को विज्ञान के रूप में देखने की दृष्टि, कच्चे डेटा द्वारा संचालित, पारदर्शिता के लिए आदर्श है, और उन लोगों के लिए एक दुःस्वप्न है जो छाया में पनपते हैं और औसत नागरिक पर निर्भर करते हैं कि वे उन चीजों के बारे में न जानें, जिन पर उन्हें सबसे अधिक आपत्ति होगी। जब पत्रकारिता की महत्वाकांक्षा राज्य के रहस्यों से टकराती है, तो अक्सर गलत कामों को छिपाने के लिए अपमानजनक वर्गीकरण के अधीन किया जाता है, यह सार्वजनिक जवाबदेही के प्रयासों को सरकार के साथ टकराव के रास्ते पर ले जाता है, जिसमें पत्रकार बीच में फंस जाता है।
असांजे के समर्थक उनसे आरोपों को हटाने और उन्हें पूरी तरह से मुक्त करने की मांग कर रहे हैं।
एक प्रेरणा
जूलियन असांजे एक प्रेरणा हैं। उन्होंने दिखाया है कि सच बोलने और सत्ता के खिलाफ खड़े होने के लिए साहस और दृढ़ संकल्प की आवश्यकता होती है।
उनकी रिहाई एक संदेश है कि सच को दबाया नहीं जा सकता। यह दुनिया भर के लोगों के लिए एक उम्मीद की किरण है जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और न्याय के लिए लड़ रहे हैं।
- दीपक शर्मा
जूलियन असांजे: एक योद्धा की रिहाई, पत्रकारिता की जीत
Place:
भोपाल 👤By: prativad Views: 3120
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