उत्तर कोरिया ने मंगलवार की सुबह सफलतापूर्वक अपनी पहली इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया, उत्तर कोरिया के राज्य टेलीविजन ने यह रिपोर्ट दी। ह्वासोंग-14 आईसीबीएम ने 990 किलोमीटर की दूरी 39 मिनट पूरी की, मिसाइल 2,802 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंची।
दक्षिण कोरिया के संयुक्त चीफ्स स्टाफ ने पहले कहा था कि प्योंगयांग ने मंगलवार की सुबह एक अन्य बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण किया था। प्रक्षेप्य, "अज्ञात बैलिस्टिक मिसाइल" के रूप में जापान के सागर की ओर किया गया था।
संयुक्त चीफ्स ऑफ स्टाफ ने कहा कि उत्तर कोरिया ने पूर्वी सागर में अज्ञात बैलिस्टिक मिसाइल को सुबह 9:40 बजे बैंज्योन, उत्तरी प्योंगान प्रांत के आसपास से बैलिस्टिक मिसाइल का सफल प्रक्षेपण किया"
4 जुलाई 2017। दक्षिण कोरियाई सेना के मुताबिक, मिसाइल 930 किलोमीटर से अधिक उड़ान भरी अमेरिकी सेना ने इस प्रक्षेप्य पर नज़र रखी - जापान के सागर में गिरने से पहले 37 मिनट तक बैलिस्टिक मिसाइल आकाश में रहीं।
अमेरिकी सेना के प्रशांत कमांड ने एक बयान में कहा "उत्तर अमेरिकी एयरोस्पेस डिफेंस कमांड (एनओएआरएडी) ने यह आकलन कर कहा कि उत्तर कोरिया के इस मिसाइल लॉन्च उत्तरी अमेरिका के लिए कोई खतरा नहीं है"
यह मिसाइल लॉन्च उत्तर कोरिया ने इस साल किया गये मिसाइल प्रौद्योगिकी परीक्षणों की एक श्रृंखला में नवीनतम है।
बीजिंग में "विनाशकारी परिणाम" के बारे में चेतावनी देने के कुछ समय बाद ही उत्तरी कोरिया ने यह नवीनतम प्रक्षेपण किया हैं।
राष्ट्रपति ट्रम्प ने उत्तर कोरियाई के इस मिसाइल लॉन्च पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा की
North Korea has just launched another missile. Does this guy have anything better to do with his life? Hard to believe that South Korea.....
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) July 4, 2017
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उत्तरी कोरियाई परमाणु खतरे को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता से हल करने का प्रयास कर रहें है। पिछले कई महीनों वे उत्तरी कोरिया के परमाणु महत्वाकांक्षाओं को रोकने के लिए लिए चीन पर दबाव डाल रहे हैं।