
अमेरिका की कोर्ट में फरवरी से अब रोबोट बहस करते नजर आएंगे. दरअसल यूएस-आधारित स्टार्टअप DoNotPay ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से चलने वाला दुनिया का पहला 'रोबोट वकील' बना लिया है. यह रोबोट ओवर स्पीडिंग से जुड़े मामलों में कानूनी सलाह देगा.
AI Robot Lawyer: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टेक्नोलॉजी आम जिंदगी से जुड़ी चीजों तक बहुत तेजी से अपनी पहुंच बना रही है. फर्ज करिए कि कोर्ट में कोई केस लड़ना हो और दलीलें रोबोट दे रहा हो. ये कल्पना सच हो गई है. अमेरिका में दुनिया का पहला AI टेक्नोलॉजी से संचालित 'रोबोट वकील' बना लिया गया है. फिलहाल यह अभी ओवर स्पीडिंग से जुड़े मामलों में कानूनी सलाह देगा. यूएस-आधारित स्टार्टअप DONotPay ने इसे बनाया है. यह अगले महीने फरवरी से अमेरिकी कोर्ट में बहस करेगा.
DoNotPay के संस्थापक और सीईओ जोशुआ ब्राउनर का कहना है कि कानून लगभग कोड और भाषा का मिलाजुला स्वरूप है, इसलिए इसमें एआई का एकदम सटीक इस्तेमाल किया जा सकता है.
यह पहली बार होगा कि एआई आधारित एक रोबोट वकील के रूप में एक वास्तविक अदालत में जिरह करेगा. कंपनी का दावा है कि उनका यह रोबोट स्मार्टफोन पर चलता है, जो अदालती कार्यवाही को सुनने के बाद प्रतिवादियों को निर्देश देगा कि कैसे एक ईयरपीस के माध्यम से जवाब दिया जाए. वह बताएगा कि कैसे जुर्माना और अन्य दंड का भुगतान करने से बचा जाए.
इंटरनेट एक्सेस वाले फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के इस्तेमाल की आमतौर पर कई देशों की न्यायालयों में अनुमति नहीं दी जाती है. अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने न्यायालय में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के उपयोग के इस्तेमाल पर बैन लगा रखा है. इस पर ब्राउनर का कहना है कि उनकी कंपनी कोर्ट में हियरिंग एक्सेसिबिलिटी की गाइडलाइंस का पालन करते हुए रोबोट प्रतिवादियों से कोर्ट रूम में एपल एयरपॉड्स के जरिए करेक्ट रहेगा.
उन्होंने कहा कि DoNotPay किसी भी वकील या व्यक्ति को AirPods पहनने के लिए यूनाइटेड स्टेट्स सुप्रीम कोर्ट के सामने आने वाले मामले के साथ 10 लाख डॉलर का भुगतान करेगा.