21 फरवरी 2024। Google ने गैर-लाभकारी पर्यावरण रक्षा कोष (EDF) के साथ मिलकर अंतरिक्ष से मीथेन प्रदूषण और तेल-गैस के बुनियादी ढांचे का पता लगाने की योजना बनाई है। EDF का उपग्रह, मीथेनसैट, जल्द ही पृथ्वी की परिक्रमा करेगा और उपग्रह डेटा इकट्ठा करेगा। Google के AI और इंफ्रास्ट्रक्चर मैपिंग तकनीक के साथ मिलकर, यह डेटा मीथेन उत्सर्जन को कम करने में मदद करेगा।
मीथेन उत्सर्जन एक गंभीर चिंता का विषय:
2023 रिकॉर्ड पर सबसे गर्म साल था, और पिछले 10 साल 1850 के बाद से सबसे गर्म वर्ष रहे हैं। मानव गतिविधियों से होने वाले मीथेन उत्सर्जन ग्लोबल वार्मिंग का लगभग 30% हिस्सा हैं। तेल और गैस उत्पादन से होने वाले मीथेन उत्सर्जन वायुमंडल में मीथेन का एक बड़ा हिस्सा हैं।
Google और EDF की साझेदारी क्या करेगी:
Google क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग मीथेन डिटेक्शन एल्गोरिदम को मजबूत करेगा और उपग्रह इमेजरी में AI का उपयोग करके दुनिया भर में तेल और गैस के बुनियादी ढांचे की पहचान करेगा। यह EDF को मीथेन उत्सर्जन के स्रोतों का पता लगाने और उनकी मात्रा निर्धारित करने में मदद करेगा।
इस जानकारी का उपयोग कैसे किया जाएगा:
इस जानकारी का उपयोग ऊर्जा कंपनियों, शोधकर्ताओं और सार्वजनिक क्षेत्र द्वारा तेल और गैस बुनियादी ढांचे से होने वाले उत्सर्जन को कम करने के लिए किया जाएगा।
मीथेनसैट उपग्रह:
मीथेनसैट मार्च की शुरुआत में स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट पर लॉन्च किया जाएगा। यह 350 मील से अधिक की ऊंचाई पर दिन में 15 बार पृथ्वी की परिक्रमा करेगा। यह दुनिया के शीर्ष तेल और गैस क्षेत्रों में मीथेन के स्तर को नियमित रूप से मापेगा।
गूगल और EDF मिलकर अंतरिक्ष से मीथेन उत्सर्जन का पता लगाएंगे!
Place:
भोपाल 👤By: prativad Views: 1145
Related News
Latest News
- उज्जैन और ग्वालियर के लिए पीएम श्री पर्यटन वायु सेवा जमीन पर
- भारत ने व्हाट्सएप पर 25 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया
- मंत्रि-परिषद के निर्णय: श्रीकृष्ण पाथेय न्यास गठन और 209 स्टाफ नर्सों की नियुक्ति को मंजूरी
- एचआईवी जीनोम की पहचान के लिए नई फ्लोरोमेट्रिक तकनीक विकसित
- भारत को वैश्विक वित्तीय केंद्र बनाने की दिशा में एक कदम है गिफ्ट सिटी - मुख्यमंत्री डॉ. यादव
- मध्य प्रदेश बनेगा दुनिया के सबसे जहरीले सांपों का घर