
28 अक्टूबर 2024। एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) अजय सिंह ने हमेशा संकाय और छात्रों के बीच अकादमिक उत्कृष्टता और ज्ञान-साझाकरण को बढ़ावा दिया है। उनके नेतृत्व में, संस्थान ने विभिन्न शैक्षणिक मंचों पर महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ प्राप्त की हैं। सम्मेलन और कार्यशालाओं में संकाय की भागीदारी न केवल उनके कौशल को मजबूत करती है, बल्कि उन्हें नवीनतम विकास से अवगत भी रखती है।
हाल ही में एम्स भोपाल के फिजियोलॉजी विभाग के चिकित्सकों ने 26 अक्टूबर 2024 को एम्स पटना में आयोजित भारतीय फिजियोलॉजिस्ट्स संघ के 10वें वार्षिक सम्मेलन (FIPS-ASSOCPICON 2024) में भाग लिया। सम्मेलन का विषय "नॉन-इनवेसिव ब्रेन स्टिम्युलेशन: क्लीनिकल एंड रिसर्च एडवांस & अनसाल्वड चैलेंजेज" था। एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा, "एम्स भोपाल चिकित्सा अनुसंधान और नवाचार में अग्रणी है। नॉन-इनवेसिव ब्रेन स्टिम्युलेशन के क्षेत्र में हमारे प्रयास न्यूरोलॉजिकल समस्याओं और क्रोनिक दर्द प्रबंधन के लिए नए समाधान खोजने के लिए हैं। FIPS-ASSOCPICON 2024 में हमारे संकाय द्वारा प्रदर्शित विशेषज्ञता विज्ञान और अनुसंधान में हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। हम मरीजों की देखभाल में सुधार लाने के लिए इस क्षेत्र में और आगे बढ़ने का इरादा रखते हैं।"
सम्मेलन में एम्स भोपाल के फिजियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर और प्रमुख (डॉ.) संतोष एल. वाकोड़े के नेतृत्व में डॉ. रजाय भर्षंकर, डॉ. अविनाश ई. ठाकरे, और डॉ. संदीप हुलके ने भाग लिया। नॉन-इनवेसिव ब्रेन स्टिम्युलेशन (NIBS) के सैद्धांतिक और तकनीकी दृष्टिकोण, क्रोनिक दर्द प्रबंधन में इसकी चिकित्सीय भूमिका, ऑस्टियोआर्थराइटिस में उपयोग और NIBS में भविष्य की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया गया। इस सम्मेलन ने न केवल एम्स भोपाल की विशेषज्ञता को उजागर किया, बल्कि इस उभरते क्षेत्र में भविष्य के अनुसंधान और सहयोग के नए अवसर भी प्रस्तुत किए।