
19 नवंबर 2024। यूनियन कार्बाइड त्रासदी की 40वीं वर्षगांठ पर तीन दिवसीय वॉल पेंटिंग कार्यक्रम सोमवार को संपन्न हुआ। यह आयोजन उन संगठनों द्वारा किया गया जो यूनियन कार्बाइड हादसे के पीड़ितों के साथ काम कर रहे हैं।
शहर के कलाकारों ने यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री की दीवार पर अपनी कला के माध्यम से भोपाल गैस त्रासदी के दर्द को दर्शाया। उन्होंने फैक्ट्री की 80 फीट लंबी दीवार को एक्रेलिक रंगों से पेंट कर गैस त्रासदी के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी।
इस कार्यक्रम में कई प्रमुख कलाकारों ने हिस्सा लिया, जिनमें अखिलेश वर्मा, सुचिता राउत, देवलाल पाटीदार, विनय सप्रे, भावना चौधरी, प्रीति दास, साधना शुक्ला, शिवम नामदेव, हिना खान, प्रगति चौरसिया, सोनू बाथम, कीर्ति सिंह और मीना चौरसिया शामिल थे।
कलाकार भावना चौधरी ने त्रासदी के बाद मोहल्लों की खामोशी को चित्रित किया। उनके चित्रों में घरों को छोड़ते लोग, एक हाथ में परिवार और दूसरे में घरेलू सामान पकड़े हुए दिखाई दिए। उन्होंने साइकिल और दोपहिया वाहनों की भीड़ को भी उकेरा। उन्होंने मानव आकृतियों के लिए काले और भूरे एक्रेलिक रंगों का इस्तेमाल किया।
भावना ने कहा, "मैं इस हादसे की चश्मदीद गवाह हूं। जब यह त्रासदी हुई, तब मैं छठी कक्षा में थी और जवाहर चौक में रहती थी। मैं सो रही थी, लेकिन वह दृश्य आज भी मेरे अवचेतन में है, जिसे मैंने अपनी कलाकृति के माध्यम से व्यक्त करने की कोशिश की है।"
एक अन्य कलाकार देवलाल पाटीदार ने जहरीली गैस मिथाइल आइसोसाइनेट को चित्रित किया, जिसने अनगिनत लोगों की जान ले ली थी।
भोपाल ग्रुप फॉर इंफॉर्मेशन एंड एक्शन की रचना ढींगरा ने बताया कि गैस त्रासदी पर एक पोस्टर प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी।