डोनाल्ड जॉन ट्रंप ने राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली है. वे अमेरिका के 45 वें राष्ट्रपति बने. उन्हें अमेरिका के चीफ जस्टिस ने शपथ दिलाई. सबसे पहले वाइस-प्रेसिडेंट माइक पेंस ने शपथ ली. बता दें कि नवंबर में हिलेरी क्लिंटन को हराकर राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने वाले 70 साल के ट्रंप फैमिली के साथ शुक्रवार को चर्च भी गए.
बतौर राष्ट्रपति ट्रंप की पहली स्पीच
शपथ के बाद अपनी पहली स्पीच में ट्रंप ने कहा- दुनिया भर के लोगों का धन्यवाद. हम अमेरिका के नागरिक आज एक बड़े राष्ट्रीय प्रयास से जुड़े हैं। हम लोगों के लिए एकजुट हुए हैं। हम लोग मिलकर ये निश्चय करेंगे कि कई वर्षों तक साथ रहेंगे. चुनौतियों का सामना करेंगे, इसके बावजूद अपने कार्य करने में सफल होंगे। हम चाहेंगे कि शांति भी रहे। हम आभारी हैं ओबामा और मिशेल ओबामा के जो यहां मौजूद रहे। उन्होंने काफी काम किया है। आज की सेरेमनी बहुत अहम है। आज सत्ता का परिवर्तिन एक से दूसरे पर नहीं जा रहा बल्कि आज से हम लोगों के हाथ में सत्ता दे रहे हैं। जो स्ट्रगल कर रहे हैं उनके लिए क्या कर सकते हैं। हम सभी इस बात को जानते हैं कि ये आपकी सरकार है. ये सत्ता जनता की है.
2017 से जनता का शासन होगा
2017 इस बात के लिए यादगार रहेगा कि इस दिन लोग इस राष्ट्र के पुनः शासक बन गए. जो महिला-पुरुष भुला दिए गए थे उनको अब भुलाया नहीं जाएगा. इस ऐतिहासिक मौके पर आज आप लाखों की संख्या में आए हैं. इस आंदोलन में देखना ये है कि राष्ट्र सदा बना रहता है और अमेरिकन महान हैं, वो सुरक्षित रहना चाहते हैं, लोगों को उनका ये अधिकार मिलना चाहिए. बच्चों, तथा महिलाओं की स्थिति सुधरनी चाहिए. ड्रग्स ने जिस तरह युवाओं को बर्बाद किया है उसे हमें रोकना है, आज से अभी से रोकना है.
हम एक राष्ट्र हैं और उनका दुख हमारा दुख है, उनके सपने हमारे सपने हैं उनकी सफलता हमारी सफलता होगी. हम एकजुट होकर अपने लक्ष्य की ओर बढ़ेंगे इसी बात की मैंने आज शपथ ली है. कई दशकों तक हम देखते रहे कि विदेशी उद्योग पनपता रहा और अमेरिकी उद्योग पीछे रह गया. हमने दूसरे देशों के सीमाओं की सुरक्षा की लेकिन हम अपनी सीमाओं की रक्षा नहीं कर पाए.
हमने जितनी दौलत थी उसे दुनिया को बांट, पर अब इसे रोकेंगे
हमने ट्रिलियन डॉलर खर्च कर दिए, दूसरे देशों को अमीर बनाया लेकिन हमारा विश्वास कम हो गया. हमारे कारखाने बंद होते चले गए, यहां तक कि जो लाखों अमेरिकन काम करने वाले थे वो पीछे रह गए. मिडिल क्लास इससे अत्यधिक प्रभावित हुआ. हमने जितनी दौलत थी उसे दुनिया को बांटा लेकिन अब इसे रोकना है.
सबसे पहले अमेरिकियों का ख्याल
हमारी आवाज हर घर में सुनी जाए। आज से हम एक नया विजन लेकर आगे आएंगे। सबसे पहले हम अमेरिका की सोचेंगे। चाहे वो इमिग्रेशन हो, व्यापार हो, कुछ भी हो सबसे पहले अमेरिका और अमेरिकियों के लोगों के हितों का ख्याल रखा जाएगा। हम अपने रोजगार वापस लाएंगे, अपनी दौलत, अपने सपनों को फिर से वापस लाएंगे. अमेरिकी लोगों, अमेरिकी मजदूरों से इस देश को बनाएंगे। इस देश में अमेरिकी लोग योगदान देंगे। हम दूसरों के साथ भी संपर्क बनाएंगे लेकिन पहले अपना हित देखेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी उन्हें बधाई देतें हुए कहा की वह उन के साथ काम करनें के लिए उत्साहित
Looking forward to working with President @realDonaldTrump to further deepen India-US ties & realise the full potential of our cooperation.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 20, 2017