कोर्टयार्ड बाय मैरियट के मोमो कैफे में देखने और चखने को मिलेंगे पिता पुत्र की जुगलबंदी से बनकर निकले अवध के जायके
12 जुलाई, 2017, अब तक आपने संगीत की जुगलबंदी देखी होगी लेकिन अब आप कोर्टयार्ड बाय मैरियट के मल्टी कुजिन रेस्टारेंट मोमो कैफे में अवध के दो खानसामाओं जिन्हें छोटे मियां और बड़े मियां के रूप में जाना जाता है, की अवध के जायके की महारत की जुगलबंदी देख सकेंगे। मौका होगा मोमो कैफे में 13 जुलाई से रोजाना शाम 7.30 से रात 11.30 बजे तक चलने वाला दस दिवसीय 'बड़े मियां और छोटे मियां की अवधी रसोई' फूड फेस्टीवल।
अवधी व्यंजनों के देश में जाने माने नाम तथा नवाबी खानसामा परिवार से सीधा संबंध रखने वाले मोहम्मद इश्तियाक 'बड़े मियां' (जिन्हें नवाबू नाम से भी जाना जाता है) तथा आसिफ कुरैशी 'छोटे मियां' इन 10 दिनों तक खास तरह के मसालों, बरतनों और रसोई के साथ अपने-अपने अंदाज में स्वादिष्ट व्यंजनों की बानगी पेश करेंगे।
अवधी रसोई में पिता-पुत्र की जोड़ी क्या कुछ करने जा रही है, इस बारे में होटल के एक्जीकिटिव शेफ रविन्दर सिंह पनवार ने आज आयोजित एक पत्रकार वार्ता में बताया कि सामान्यतः लोग अवधी और मुगलई के बीच अंतर नहीं कर पाते जबकि इन दोनों डिशेज को बनाने के तरीके अलग हैं। जहां मुगलई तीखा और गरम मसालों से युक्त होता है तो वहीं अवधी कम तीखा, सौम्य और अलग तरह के स्वाद वाला होता है।
शेफ रविन्दर ने बताया कि इस खास फूड फेस्ट में जहां बडे़ मियां यानि शेफ मोहम्मद इश्तियाक केशरबाग फ्राइड चिकन, बंद गोश्त, निहारी और पाइनएप्पल मुजफ्फर जैसी अपनी सिग्नेचर डिशेज परोसेंगे तो वहीं छोटे मियां आसिफ कुरैशी उनकी पहचान बन चुकीं मटन कोरमा, खडे़े मसाले का कीमा, चिकन इश्ते तथा अडाशा ए लहाम आदि परोसेंगे। इन सिग्नेचर डिशेज के अलावा मैन्यू में मुंह में पानी ला देने वाली ढेरों वेज और नाॅन वेज डिशेज का समावेश किया गया है।
उन्होंने यहा भी बताया कि इसके साथ ही अवध की मशहूर पनीर कबाब, शाही कोरमा, चकुंदरी पनीर, कटहल बिरयानी और काजू बिरयानी जैसी वेजीटेरियन डिशेज से लेकर रेशमी कबाब, मटन ग्रेवी और दम पुख्त बिरयानी सहित और भी अनेक तरह की डिशेज का मजा अब आप ले सकेंगे कोर्टयार्ड बाय मैरियट के मल्टी कुजिन रेस्टारेंट मोमो कैफे में।
भरपेट शाही लजीज व्यंजनों के बाद यह शाही स्वाद तब तक अधूरा है जब तक खाने के बाद कुछ मीठा ना हो तो अवध का जायका आपकी इस ख्वाहिश को भी पूरी करेगा क्योंकि यहां मुंह में घुल जाने वाला मूंगदाल का हलवा है जो घी, मेवे और खोए से तर है, साथ में शाही टुकड़ा, सेवई जाफरानी, रसमलाई, तार हलवा और छैना खीर की सुगंध भी आपको बरबस खींच ही लेगी।
जमेगी बड़े मियां और छोटे मियां की अवधी रसोई
Place:
Bhopal 👤By: प्रतिवाद Views: 18468
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