28 जुलाई 2017। नगर राजभाषा कार्यान्वन समिति (उपक्रम), भोपाल की 36वीं बैठक दिनांक 27.07.2017 को गेल (इंडिया) लिमिटेड एवं राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक एंड इन्स्ट्रूमेन्टस लिमिटेड द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की गई. इस बैठक में भोपाल स्थित केन्द्रीय सरकार के उपक्रमों में राजभाषा कार्यान्वयन की समीक्षा तथा राजभाषा वैजयंती पुरस्कार वितरण समारोह में 26 कार्यालयों के प्रशासनिक प्रमुखों एवं राजभाषा समन्वयकर्ताओं को संबोधित करते हुए अपने अध्यक्षीय संबोधन में डी के ठाकुर, कार्यपालक निदेशक एवं अध्यक्ष, नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (उपक्रम) ने नराकास (उपक्रम) की वेबसाइट का लोकार्पण करते हुए कहा कि हिंदी कार्य को बढ़ाने में इस देश में अहिंदीभाषियों का योगदान ज्यादा है. किसी भी राष्ट्र का विकास तभी होता है जब वह अपनी भाषा का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करे. आज बीएचईएल ऊर्जा के क्षेत्र में देश के हर चार घर में से तीन घरों में बिजली दे रहा है. उन्होंने बताया कि भारत सरकार सूचना प्रबंधन प्रणाली पर खास ध्यान दे रही है. राजभाषा हिंदी के प्रगामी प्रयोग से संबंधित तिमाही रिपोर्टों को केवल ऑन लाइन ही स्वीकार किया जा रहा है.
यह सत्य है कि हिंदी सर्वाधिक वैज्ञानिक भाषा है और सूचना और प्रौद्योगिकी के लिए सबसे अधिक उपयुक्त भाषा है. ?डिज़िटल इंडिया? अभियान के इस दौर में हमें इसका लाभ उठाते हुए अपने कार्यालयीन कामों में ई-सिस्टम पर हिंदी भाषा का अधिकाधिक उपयोग करना है.
इसके पूर्व अपने स्वागत संबोधन में गेल (इंडिया) लिमिटेड के आंचलिक उप महाप्रबंधक यू एस पांडे ने सभी कार्यालयों से आए विभागाध्यक्षों का स्वागत करते हुए कहा कि भाषा जगत में हिंदी का योगदान बहुत बड़ा है. हिन्दी के प्रचार-प्रसार में सभी का योगदान अपेक्षित है. उन्होंने कहा कि सभी कार्यालय ज्यादा से ज्यादा कार्य अपनी मातृभाषा में ही करें.
समिति के सचिव एवं उप महाप्रबंधक (मा.सं.-सीएलसी) श्री शरीफ खान ने नराकास की भावी योजना की विस्तृत चर्चा प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बताया कि सभी सदस्य कार्यालयों में राजभाषा हिन्दी के प्रगामी प्रयोग हेतु काफी कार्य किए जा रहे हैं. उन्होंने सभी कार्यालयों के प्रमुखों से अनुरोध किया कि हिन्दी कार्य में गति लाने हेतु प्रयास करें. नराकास (उपक्रम) के लिए शीघ्र ही चार प्रतियोगिताओं एवं एक विशिष्ट हिन्दी कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा.
इसके पश्चात विचार तथा समीक्षा सत्र में मार्गदर्शन देते हुए गृह मंत्रालय, भारत सरकार के सहायक निदेशक हरीश सिंह चौहान ने बताया कि आज व्यावसायिक/हिन्दी के क्षेत्र में भी अच्छा कार्य देखने को मिल रहा है. उन्होंने बताया कि भाषा जीवित हो, सरल हो एवं सहज हो, भारत सरकार की राजभाषा नीति भी वही कहती है. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इस बैठक में प्राथमिकता के आधार पर सभी कार्यालय प्रमुख उपस्थित हों. उन्होंने धारा 3(3) के महत्व पर विशेष रूप से बल दिया.
इसके पश्चात वर्ष 2016-2017 के दौरान अध्यक्ष, नराकास (उपक्रम) द्वारा 5 विजेता कार्यालयों हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड-- प्रथम, युनाईटेड इंडिया इश्योरेंस कंपनी लिमिटेड-द्वितीय,हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड-द्वितीय, भारतीय खाद्य निगम, क्षेत्रीय कार्यालय-तृतीय, एवं भारतीय जीवन बीमा निगम, मध्य क्षेत्रीय कार्यालय-तृतीय को राजभाषा वैजयंती एवं प्रमाण-पत्र देकर तथा 13 उन कार्याल्यों को जिन कार्यालयों ने राजभाषा वैजयंती हेतु प्रविष्ठि भेजी थी उन्हें भी सम्मानित किया गया.
इस अवसर पर दिनेश कुमार तोगडि़या, उप क्षेत्रीय प्रबंधक, राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक एंड इन्स्ट्रूमेन्टस लिमिटेड ने अपने कार्यालय में हो रहे हिन्दी कार्य के प्रचार-प्रसार को प्रस्तुतीकरण के माध्यम से सभी को परिचित कराया.
इस अवसर पर विशेष रूप से एम एस किनरा, महाप्रबंधक (मा.सं. एवं क्वालिटी) एवं श्रीमती पूनम साहू, वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी भी उपस्थित थे. बैठक में मंच संचालन की भूमिका डी एस कोटेन्द्र, वरिष्ठ अधिकारी (मा.सं.) गेल (इंडिया) लिमिटेड ने निभाई.
नराकास (उपक्रम) की 36 वीं बैठक एवं पुरस्कार वितरण सम्पन्न
Place:
Bhopal 👤By: DD Views: 18154
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