9 अगस्त 2017। विश्व बुक लवर्स डे (9 August) के उपलक्ष्य में ई-1, 167 अरेरा कॉलोनी स्थित स्टोरीज एण्ड बियांड द्वारा 3 से 15 वर्ष के बच्चों के लिए इंडियन और फॉरेन ऑथर्स की कहानियां सुनने सुनाने से लेकर बच्चों के फेवरेट कैरेक्टर की फैंसी ड्रेस, बुक टाइमलाइन, वॉकेबुलेरी एक्सरसाइज, क्रिएटिव राइटिंग और आपकी अदालत की तर्ज पर बुक कैरेक्टर्स की इंटरव्यू आदि विभिन्न गतिविधियां की जाएंगी।
स्टोरीज एण्ड बियांड की प्रमुख निधि अग्रवाल ने आज जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि उनकी संस्था बीते पांच वर्षों से टेलीविजन से हटाकर गुड बुक्स पढ़ने की हैबिट डालने की दिशा में काम कर रही है। यहां आने वाले बच्चों को रोचक अंदाज में कहानियां पढ़कर सुनाई जाती हैं, बच्चों से प्रश्न पूछे जाते हैं ताकि पढ़ने की प्रति उनमें रूचि पैदा की जा सके। यहां आने वाले बच्चे अब साल में 100 किताबें पढ़ने तक का लक्ष्य आसानी से प्राप्त कर रहे हैं। इनमें ज्यादातर क्लासिक बुक्स होती हैं। ग्रीक मायथोलॉजी, हर्क्युलिस, मैरी पॉपिन्स, एलिस इन वण्डरलैण्ड जैसी विदेशी सब्जेक्ट के साथ इंडियन मायथोलॉजी को भी शामिल किया गया है। हाल ही में यहां के बच्चों ने देवदत्त पटनायक की बुक फन इन देवलोक को पूरा किया है। इसके अतिरिक्त शमीम पदमासी, नताशा शर्मा व भक्ति माथुर की अत्यंत लोकप्रिय अम्मा टेल मी सीरिज को पढ़ा गया है। अभी यहां आने वाले बच्चे ग्रीक मायथोलॉजी को पढ़ रहे हैं। हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं का इस्तेमाल किया जाता है।
इस हफ्ते में क्या कुछ होगा।
इस हफ्ते में बना रहे हैं बुक टाइमलाइन। इसके अंतर्गत बच्चे उनके द्वारा जिन बुक्स को उन्होंने पसंद करके पढ़कर खत्म किया है उसका नाम, पढ़ना पूरा करने की तारीख लिखकर लाएंगे। उन्हें एक सप्ताह में 5 बुक पढ़ने का चैलेंज दिया गया है।
दूसरा जो छोटे बच्चे स्टोरी पढ़ेंगे उसको वे उसकी कहानी अपनी जुबानी सबको सुनाएंगे। इसका एक वीडियो बनाया जाएगा जिसे यूट्यूब व फेसबुक पर दिखाया जाएगा। साथ ही बच्चे उनके फेवरेट कैरेक्टर की फैंसी ड्रेस में आएंगे और उस कैरेक्टर की कहानी सुनाएंगे। वहीं बड़े बच्चे एक मॉक इंटरव्यू करेंगे अपने फेवरेट कैरेक्टर के बारे में जिसे उन्होंने पढ़ा है। हर कैरेक्टर के अंदर कुछ निगेटिव तो कुछ पॉजिटिव होता है तो हम उस बच्चे को पूरी तरह इंटरव्यू करके जानेंगे कि उस कैरेक्टर ने ऐसा क्यों किया। आप की अदालत तरह का इंटरव्यू होगा।
बीते पांच वर्षों में बच्चों में दिखे हैं अच्छे परिणाम
यहां आने वाले बच्चे ज्यादा अवेयर हो जाते हैं। आप उनसे सिंदबाद की स्टोरी से लेकर के मैरी पॉपिन्स के गानों तक तथा ग्रीक मायथोलॉजी से लेकर हिन्दू मायथोलॉजी तक कुछ भी पूछ सकते हैं। वे आपके प्रश्नों को सटीक उत्तर देंगे। साथ ही किताबें पढ़ने से उनमें आत्मविश्वास बढ़ा है। वे उन बातों पर बात कर सकते हैं जो उन्हें उनकी कक्षा में नहीं पढ़ाई जा रही हैं। यही नही उनके फ्रेंड्स या रिश्तेदार जोकि विदेशों में रह रहे हैं तथा जिनका लिटरेचर को लेकर ज्यादा एक्पोजर है वे उनसे भी उनके समकक्ष होकर बात करने में सक्षम हो जाते है। उन्हें बगलें नहीं झांकनीं होतीं। कुल मिलाकर इससे उनका फ्लेवर डायवर्ट होता है और वे दुनिया जहां से ज्यादा बेहतर कनेक्ट कर पाते हैं। उनका ज्ञान किताबी ज्ञान नहीं रहता।
बुक लवर्स डे के उपलक्ष्य में पूरे सप्ताह सुनी और सुनाई जाएंगी कहानियां
Place:
Bhopal 👤By: प्रतिवाद Views: 18317
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