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आठ नगरीय निकायों में जलप्रदाय योजना में विलम्ब पर ठेकेदार निलम्बित

Place: Bhopal                                                👤By: Admin                                                                Views: 1651

10 जनवरी 2018। संचालनालय नगरीय प्रशासन के प्रमुख अभियंता प्रभाकांत कटारे ने आठ नगरीय निकायों जिनमें दो नगरपालिकायें दतिया एवं नौगांव एवं छह नगर परिषदें निवाड़ी, पथरिया, बानमोर, नरवर, पोरसा एवं बल्देवगढ़ शामिल हैं, की जलप्रदाय योजनाओं के क्रियान्वयन में विलम्ब एवं गुणतापूर्वक कार्य न करने पर इन योजनाओं के ठेकेदार मेसर्स बान्को कन्स्ट्रक्शन ग्वालियर का रजिस्ट्रेशन दो साल के लिये निलम्बित कर दिया है।



उक्त ठेकेदार ने दतिया नगर पालिका में जल वितरण नलिकाओं में खराब गुणवत्ता के पाईपों का उपयोग किया। नौगांव नगरपालिका में एक्साईज ड्यूटी का प्रमाण-पत्र प्राप्त करने एवं पाईप लाईन डालने हेतु एमपीआरडीसी से अनुमति प्राप्त करने में ठेकेदार द्वारा उसका स्वयं का दायित्व होने के बावजूद सहयोग नहीं किया गया। नरवर नगर परिषद में रोड रिस्टोरेशन के कार्य में विलम्ब किया गया। नगर परिषद बल्देवगढ़ में जलशोधन संयंत्र, ओएचटी एवं सब स्टेशन हेतु समय पर भूमि उपलब्ध होने के उपरान्त इनके निर्माण में विलम्ब किया गया। नगर परिषद निवाड़ी में एमपीईबी से एचटी फीडर का प्राक्कलन प्राप्त करने में विलम्ब होने के कारण 26 माह के पश्चात कार्य किया गया। नगर परिषद पोरसा एवं नगर परिषद बानमोर में हाउस सर्विस कनेक्शन एवं रोड रिस्टोरेशन में अनावश्यक विलम्ब किया गया। नगर परिषद पथरिया में इन्टेकवेल का स्थान उपलब्ध कराने के बावजूद इसे बनाने का कार्य समय पर पूरा नहीं किया गया।



प्रमुख अभियंता ने ठेकेदार के पंजीयन निरस्तीकरण आदेश में लिखा है कि उसके इस कृत्य से शासन की महत्वपूर्ण योजना का लाभ आम नागरिकों को प्राप्त नहीं हुआ एवं शासन की जनहित की योजना के लिये प्रावधानित राशि का समुचित उपयोग नहीं हो सका जिसके कारण शासन की छबि पर विपरीत प्रभाव पड़ा है।



डिजिटल हस्ताक्षर का दुरुपयोग, एएसओ सस्पेंड :

शिवपुरी के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय में पदस्थ एएसओ हुकुम सिंह राजे को स्वास्थ्य संचालक डा. जेएल मिश्रा ने निलम्बित कर दिया है। एएसओ ने निरस्त किये गये क्लीनिक पंजीकरण प्रकरणों के आवेदन पुन: मंगवाकर बिना मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के संज्ञान में लाये उनके डिजीटल हस्ताक्षर के डोंगल का दुरुपयोग कर निरस्त किये गये क्लीनिकों का पुन: पंजीकरण करवा दिया था।



- डॉ नवीन जोशी

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