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कृषक हित में विधानसभा की कृषि समिति में शामिल होंगे कृषि स्नातक

Place: Bhopal                                                👤By: Admin                                                                Views: 2462

अखिल भारतीय कृषि सेवा प्रारम्भ की जाये - कृषि स्नातक संघ

26 फरवरी 2018। कृषि स्नातक संघ का द्वितीय राष्ट्रीय अधिवेशन 25 फरवरी 2018 को समन्वय भवन भोपाल में आयोजित हुआ जिसमें देश के विभिन्न प्रान्तों से पधारे कृषि स्नातकों ने सहभागिता की। अधिवेशन में मुख्य अतिथि डाॅ. सीताशरण शर्मा, अध्यक्ष म.प्र. विधानसभा ने सम्बोधित करते हुए कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। कृषि की ताकत समाज जानता था लेकिन सरकार भी अब समझ गई है कि कृषि की बेहतरी से ही देश की उन्नति होगी, इसलिए कृषि स्नातकों की भूमिका और बढ़ जाती है । प्रदेश में एग्रीकल्चर काउन्सिल का गठन होना चाहिए। तमिलनाडू सरकार द्वारा लागू की गई कृषि काउन्सिल अधिनियम को मंगवाया जाकर अध्ययन करवाया जायेगा। कृषि के मुद्दों पर कृषि स्नातकों की चिंता जायज है, हम कृषि स्नातकों के साथ हैं। कृषि स्नातकों की भूमिका के दृष्टिगत विधानसभा की कृषि समिति में कृषि स्नातक संघ के प्रतिनिधि को सम्मिलित किया जावेगा।



कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कृषि स्नातक संघ के संरक्षक व्ही.डी.शर्मा ने उपस्थित कृषि स्नातकों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे कृषि स्नातकों ने विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नाम रोशन किया है। ग्रामीण विकास के क्षेत्र में कृषि स्नातक भी बेहतर सेवायें दे सकते हैं। कृषि, ग्रामीण विकास के लिए शासन द्वारा कृषि स्नातकों को ब्राण्ड एम्बेसेडर बनाना चाहिए। प्रदेश में बेहतर कृषि हितकारी नीति बनाये जाने हेतु शासन द्वारा गठित कृषि केबिनेट में कृषि स्नातक संघ के प्रतिनिधि को सम्मिलित किया जाना चाहिए। राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर नीति बनाने एवं गुणवत्तापूर्ण कृषि शिक्षा के लिए राष्ट्रीय कृषि काउन्सिल गठन होना चाहिए । कृषि स्नातक संघ के अंतर्गत एक टेक्नीकल ग्रुप का गठन किया जावेगा जो नवीन कृषि तकनीकी के विषयों तथा नवीन अनुसंधानों की उपयोगिता पर अध्ययन कर एक रिसर्च जनरल का प्रकाशन करेगा। कृषि स्नातकों के साथ उद्यानिकी, पशु-पालन, कृषि अभियांत्रिकी क्षेत्र के विशेषज्ञों को भी जोड़ा जावेगा। कृषि स्नातक संघ गतिविधियां चिन्हित कर एक वार्षिक कैलेण्डर तैयार करेगा तथा वर्ष में 3-4 कार्यक्रम कृषि स्नातकों के साथ आयोजित कर कृषि के विभिन्न मुद्दों पर संवाद करेगा तथा कृषकों की समस्याओं पर सुझाव एवं नवीन कृषि तकनीकी का प्रचार-प्रसार करेगा।



कार्यक्रम में स्वागत भाषण के रूप में आग के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ. अजय कौशल एवं सचिव श्री स्वरूप नायक ने कृषि स्नातक संघ (आग) के प्रस्ताव रखते हुए मांग की कि देश में अखिल भारतीय कृषि सेवा कैडर लागू किया जाना चाहिए। राष्ट्रीय कृषि आयोग, सरकारिया आयोग एवं पांचवें वेतन आयोग के द्वारा देश में अखिल भारतीय कृषि सेवा कैडर लागू किये जाने की अनुशंसा की गई है परंतु शासन के द्वारा लागू नहीं किया गया है। देश में मेडीकल काउन्सिल की तर्ज पर एग्रीकल्चर काउन्सिल का गठन किया जाना चाहिए जिससे देश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं गुणवत्तापूर्ण तकनीकी सलाह उपलब्ध कराने हेतु एक विनिमयन तन्त्र की स्थापना हो सके। संस्था के सचिव श्री स्वरूप नायक ने कृषि स्नातकों की मांग रखते हुए कहा कि प्रदेश में किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के अंतर्गत संविदा एवं आउटसोर्सिंग के आधार पर भर्ती तत्काल बन्द की जाकर स्थायी पदों का सृजन किया जाना चाहिए। प्रदेश में विभाग के अंतर्गत वर्षों से रिक्त पदों पर कृषि स्नातकों की भर्ती किया जाना चाहिए जिससे कृषकों को बेहतर नवीन कृषि प्रौद्योगिकी का लाभ मिल सके। कृषि अनुसंधान के लिए आवश्यक बजट विश्वविद्यालयों को मिलना चाहिए तथा कृषि विश्वविद्यालयों की जमीन अन्य किसी संस्था या गैर कृषि कार्य हेतु आवंटित नहीं की जानी चाहिए।



डाॅ. एस.के.राव कुलपति आर.व्ही.एस.के.व्ही.व्ही. ग्वालियर ने अपने संबोधन में कहा कि कृषि शिक्षा में चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं । आज प्रदेश में कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान हेतु निवेश किया जा सकता है। कृषि विश्वविद्यालयों को कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान के लिए पर्याप्त बजट उपलब्ध नहीं हो पा रहा है ऐसी स्थिति में कृषि अनुसंधान प्रभावित हो रहा है जो भविष्य के लिए नुकसानदायक है । प्रदेश में छात्रों को बिना पी.ए.टी. के बी.एससी. (कृषि) में प्रवेश नहीं मिलना चाहिए।



डाॅ. पी.के.बिसेन कुलपति जे.एन.के.व्ही.व्ही. जबलपुर ने कृषि स्नातकों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की सम्पन्नता के पीछे मुख्य कारण कृषि ही है। कृषि छात्र, कृषि वैज्ञानिक एवं कृषकों के योगदान से ही कृषि में समृद्धि हासिल हो सकती है। उनकी मेहनत से ही म.प्र. को पांच कृषि कर्मण पुरूस्कार प्राप्त हो सके हैं।



कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कृषि स्नातकों को विभिन्न केटेगरी में पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया जिसमें अभिनव कृषक पुरस्कार सीताराम चन्द्रवंशी, उत्कृष्ट कृषि वैज्ञानिक पुरस्कार डाॅ. डी.बी.सिंह, डाॅ. रंजीत राजे, उत्कृष्ट एनजीओ पुरस्कार मुकेश सोनी, उत्कृष्ट कृषि पत्रकारिता पुरस्कार श्री मनीष बाफना ?हरित मालव?, उत्कृष्ट संस्था पुरस्कार कृषि विज्ञान केन्द्र धार, उत्कृष्ट एक्सटेंशन पर्सनल्टी पुरूस्कार उप संचालक कृषि झाबुआ श्री गौरीशंकर त्रिवेदी, पी.आई. संस्था के जनरल मैनेजर सुनील चतुर्वेदी को शाल एवं श्रीफल देकर सम्मानित किया गया। अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्यों के लिए उत्कृष्टता पुरस्कार कार्टूनिस्ट हरिओम तिवारी, विश्व चैम्पियन रेसलर मनीष कुमार, टी. राकेश रेड्डी, तेलंगना, कृषि शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए नवल रघुवंशी व कृषि क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए थाॅमस मैथ्यू को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम कृषि अभियांत्रिकी संचालक राजीव चैधरी व ए.आई.जी. उमेश शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे।



कार्यक्रम के अंत में संस्था के उपाध्यक्ष एम.पी.नायक द्वारा देश-प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से पधारे अतिथियों एवं कृषि स्नातकों का आभार व्यक्त किया गया।

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