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महिला अपराध पर घिरी सरकार....कांग्रेस ने किया वाक आउट

Place: Bhopal                                                👤By: Admin                                                                Views: 1818

14 मार्च 2018। देश में महिला अपराध में नंबर रहने वाली मध्य प्रदेश सरकार एक बार फिर महिला अपराध बढ़ने के मामले में विधानसभा में घिरती नजर आई।कांग्रेस ने महिला अपराध पर सरकार की नाकामी, ओर बहस न कराने के चलते सदन से वाकआउट किया। इस दौरान महिला सुरक्षा के मुद्दे पर कांग्रेस विधायकों ने सदन में जमकर हंगामा भी किया।



राजधानी भोपाल में गीतांजलि कालेज की छात्रा द्वारा छेड़छाड़ से परेशान होकर आआत्महत्या करने के मामले पर कांग्रेस ने सदन में जमकर हंगामा किया।कांग्रेस ने इस मुद्दे पर तत्काल चर्चा कराने की माग को लेकर वाकआउट किया।दरअसल शून्यकाल के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता रामनिवास रावत ने ये मामला उठाते हुए कहा कि छात्र की आत्महत्या से पूरा भोपाला आंदोलित हैं इसलिए स्थगन प्रस्ताव के तहत इस पर चर्चा होनी चाहिए।इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस पर बहस कराई जाए या नही इसपर आज निर्णय लिया जाएगा।लेकिन नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने इस मुद्दे पर तत्काल चर्चा करने की मांग को लेकिन अध्यक्ष द्वारा मना किये जाने पर नाराज कांग्रेसियों ने सदन से वाकआउट किया।



दरअसल सदन में कांग्रेस की आक्रोश की वजह प्रदेश के साथ साथ बीते दिनों भोपाल में महिलाओं के साथ घृणित अपराध होना रही।तीन दिन पहले भोपाल के गीतांजलि कालेज की एक छात्रा ने छेड़छाड़ से परेशान होकर आआत्महत्या कर ली थी,जिसके बाद विभिन्न सामाजिक संगठनों ने भोपाल में प्रदर्शन भी किये।वहीं इसी दौरान एक 7 साल की बच्ची के साथ भी बलात्कार की घटना सामने आई थी।इससे पहले पिछले साल भोपाल में पीएससी की तैयारी कर रही लड़की के साथ गैंगरेप ने सरकार के साथ कानून व्यवस्था पर भी सवालिया निशान लगाए थे।वैसे मध्य प्रदेश महिलाएं के साथ बालात्कार के हमले में कई सालों से देश में नंबर 1 है।

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो 2016 के आंकड़ो के मुताबिक



- 2014 में महिलाओं के साथ अपराध के 28756 मामले।



- 2015 में 24231 मामले।



- 2016 में 26604 मामले ।



- यानी हर रोज महिलाओं के साथ छेड़छाड़ रेप दहेज प्रताड़ना जैसे 72 मामले।



- 2016 मैं रेप के मामले -4882



-यानी हर रोज 13 लड़कियों के साथ बलात्कार होता है।



-हर दो घंटे में 1 बलात्कार।



- 2016 में सामूहिक बलात्कार के मामले 226



- यानी हर महीने 19 सामूहिक बलात्कार।



जिस प्रदेश में महिलाओं के लिए लाडली लक्ष्मी और कन्यादान जैसी योजनाएं हो उस प्रदेश में अगर महिलाओं के प्रति अपराधों का ग्राफ देश में सबसे ज्यादा हो तो सएकार पर सवालिया निशान उठना लाजमी है।ऐसे में बजाए योजनाओं के ओर घोषणाओं के सरकार को ऐसे ठोस कदम उठाना चाहिए जिससे प्रदेश में लाडली सुरक्षित रह सके।



- डॉ. नवीन जोशी

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