×

गढ़वाली,कश्मीरी व्यंजनों की खुशबू से महकने को तैयार मैरियट

prativad news photo, top news photo, प्रतिवाद
Place: Bhopal                                                👤By: Admin                                                                Views: 3272

मोमो कैफ में 10 दिनों तक चलेगा, 'हिमालयन गॉरमेट ट्रेल' फूड फेस्ट।



9 जून, 2018। कोर्टयार्ड मैरियट एकबार फिर उम्दा और दुर्लभ कुज़ीन्स की बेहतरीन रेंज के साथ शहरवासियों के सामने हाज़िर है। इस दफा भोपालवासियों को हिमालय के पहाड़ी क्षेत्रों में प्रचलित व्यंजनों के जायके से रूबरू होने का मौका मिलेगा। 8-17 जून तक चलने वाले इस फ़ूड फेस्ट को नाम दिया गया है, 'हिमालयन गॉरमेट ट्रेल'। इस दौरान मेहमान रोजाना शाम 7.30 बजे से रात 11 बजे तक मैरियट के मल्टी कुजीन रेस्तरां मोमो कैफे में गढ़वाली और कश्मीरी व्यंजनों का भरपूर लुत्फ उठा सकेंगे।



मैरियट के एग्जिक्यूटिव शेफ रवींद्र सिंह पनवार ने इस फूड फेस्ट के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया, "हिमालय क्षेत्र काफी विस्तृत है और इसमें विभिन्न प्रकार के समुदाय रहते हैं। पसंद और मौसम के हिसाब से इन समुदायों का अपना अलग ही भोजन है। इस क्षेत्र में आपको चीनी, तिब्बती, नेपाली और भारतीय सभी प्रकार के कुजीन्स मिल जाएंगे, लेकिन इस फेस्ट के लिए मैरियट ने खासतौर पर गढ़वाली और कश्मीरी कुजीन्स को चुना है।" उन्होंने आगे बताया कि जहां गढ़वाली व्यंजनों में आपको शाकाहारी व्यंजनों के साथ घरेलू खुशबू अधिक मिलेगी और वहीं कश्मीरी व्यंजनों में मीट प्रमुख होगा और इसलिए इस फूड फेस्ट में शाकाहारी और मांसाहारी, दोनों ही तरह के मेहमानों को बेशुमार विकल्प मिलेंगे।



मेन्यू के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इन दोनों ही कुजीन्स के सबसे खास व्यंजनों में कुकुर कान्ती, गोश्त पसंदा, तबक माज, गाउठ के स्वानले, लागडी शामिल होंगे। वहीं वेज और नॉन-वेज कबाब की शानदार रेंज भी मेहमानों के डिनर को खास बनाएगी, जिसमें बुरन्स के कबाब, जिमिकंद की शामी, कुटी मिर्ची का पनीर टिक्का, नाडरू की सीख, कश्मीरी मटन सीख, जाफरानी कोकुर कबाब, पहाड़ी मछली फ्राई, भुनी सीख मसाला, सिलबट्टे का कबाब शामिल रहेंगे।



स्नैक्स के बाद अब बारी आती है, मेन कोर्स मील की। जहां वेज खाने वालों के लिए लेडिर चमन, सिसुआंग पनीर, जाकिया सब्ज़ियों का साग, वजा हाक, नादिर याखिन, कश्मीरी राजमा, आलू थिचवनी आदि के विकल्प होंगे, वहीं नॉन-वेज खाने वालों के सामने बादाम चिकर कोरमा, मटन रोगन जोश, गोश्ताबा, भाडू भुना मीट, हरियाली मुर्ग की पेशकश होगी। हिमालय से खास आपके लिए चलकर आई इस दावत में आर्शा, खस खस की फिरनी, जंगोरे की खीर जैसी स्वीट डिशेज मेहमानों के डिनर को यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगी।

Related News

Global News