
8 सितंबर 2018। सीआईडी की रिपोर्ट में ये बात सामने आयी कि शराब के नशे और मादक पदार्थ का सेवन करने की वजह से महिला विरोधी गंभीर अपराध हुए. रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि अश्लील साहित्य सामग्री, अश्लील सीडी, वीडियो क्लिप के प्रचलन भी महिलाओं पर ज़्यादती और अपराध की बड़ी वजह हैं.
मध्य प्रदेश पुलिस की रिसर्च में महिला अपराधों को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. रिसर्च के मुताबिक शराब के नशे की वजह से महिलाओं के साथ सनसनीख़ेज और गंभीर अपराध होते हैं. हालांकि महिला अपराधों के पीछे और भी दूसरे कई कारण सामने आए हैं.
प्रदेश में बढ़ रहे महिला अपराधों पर अंकुश लगाने और उनके पीछे के कारणों को जानने के लिए मध्य प्रदेश की सीआईडी ने अध्ययन किया था. सीआईडी ने 2018 के शुरुआती महीने में महिलाओं के विरुद्ध हुए कुछ सनसनीखेज और गंभीर अपराधों पर रिसर्च की थी.
इन अपराधों में केस डायरी से लेकर आरोपियों के बयानों की पड़ताल की गई. इन केस स्टडी में कई चौंकाने वाले ख़ुलासे हुए. सीआईडी की रिपोर्ट में ये बात सामने आयी कि शराब के नशे और मादक पदार्थ का सेवन करने की वजह से महिला विरोधी गंभीर अपराध हुए. रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि अश्लील साहित्य सामग्री, अश्लील सीडी, वीडियो क्लिप के प्रचलन भी महिलाओं पर ज़्यादती और अपराध की बड़ी वजह हैं.
इस रिसर्च के बाद सीआईडी ने स्थानीय पुलिस की मदद से प्रदेशभर में विशेष अभियान चलाया. एक महीने तक चले विशेष अभियान में अवैध शराब और मादक पदार्थों के परिवहन और उन्हें विक्रय करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई. पुलिस ने सायबर कैफे, इंटरनेट कैफे, कम्प्यूटर शॉप, मोबाइल शॉ और अश्लील साहित्य बेचने वाली शॉप पर दबिश भी दी.
पुलिस ने 310 प्रकरणों में 325 आरोपियों पर कार्रवाई की. बड़ी मात्रा में कम्प्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल फोन, सिम कार्ड, सीडी और कम्प्यूटर उपकरण ज़ब्त किए. इसके साथ ही अश्लील चित्र और अश्लील पुस्तकें बरामद की गयीं. मोबाइल पर अश्लील वीडियो-मैसेज भेजने वाले, अश्लील किताबें और चित्र बेचने वालों पर भी कार्रवाई की गयी.
प्रदेश में बढ़ते अपराधों को लेकर सियासत भी होती है. सरकार पर सवाल भी खड़े होते हैं. पुलिस सिस्टम पर निशाना साधा जाता है.ये सब कुछ होने के बावजूद प्रदेश में महिलाओं से जुड़े गंभीर और सनसनीख़ेज अपराधों में कमी नहीं आई है.