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राहुल जवाब दो - कांग्रेस के किस राज्य में कृषि विकास दर मध्यप्रदेश जैसी है: अमित शाह

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Place: जावरा                                                👤By: डिजिटल डेस्क                                                                Views: 1489

किसान सम्मेलन में राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा - कांग्रेस यूरिया के लिए

किसानों की लाइन लगवाकर लाठियां देती थी

6 अक्टूबर 2018। किसानों के कल्याण की थोथी बातें करने वाले राहुल गांधी पर इस बात का जवाब नहीं है कि उनके खानदान की पीढ़ी दर पीढी सत्ता रहने के बाद भी किसानों के हित में कौन सी बड़ी योजना बनायी गयी। राहुल गांधी के पास क्या इस बात का भी कोई जवाब है कि उनकी पार्टी की सरकार जिन राज्यों में है उनमें से किस राज्य की कृषि विकास दर मध्यप्रदेश के बराबर अर्थात 18.09 प्रतिशत है। कांग्रेस के नेता इस सच्चाई को छुपा नहीं सकते कि उनके शासनकाल में इसी मध्यप्रदेश की कृषि विकास दर ऋणात्मक थी। श्री अमित शाह ने कांग्रेस को आज जावरा में आयोजित भारतीय जनता पार्टी के किसान सम्मेलन के मंच से ललकारा।



विकास पर बहस के लिए युवा मोर्चा का कार्यकर्ता ही काफी

उन्होंने कहा कि हम विकास के मुद्दे पर कांग्रेस से किसी भी स्तर पर बहस करने के लिए तैयार है। यदि कांग्रेस चाहे तो हमारे युवा मोर्चा का कार्यकर्ता ही उसके बड़े से बड़े नेताओं को इस मुद्दे पर परास्त करने में सक्षम है। जिस मध्यप्रदेश में आज कांग्रेस सरकार बनाने के सपने देख रही है उस मध्यप्रदेश को यह भलीभांति पता है कि उनके ही मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह जिन्हें जनता ने मिस्टर बंटाढार कहते हुए तिरस्कार कर दिया था। उनके कार्यकाल की विनाशलीला को याद करके आज भी मध्यप्रदेशवासियों की रूह कांप जाती है।



जावरा के शासकीय भगतसिंह कॉलेज के खेल मैदान पर शनिवार को आयोजित भाजपा के इस किसान महा कुंभ में बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए। शाम 5 बजे यहां अपना भाषण शुरू करते हुवे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सिलसिलेवार उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने संकल्प लिया है कि 2022 तक किसानों की आय को दो गुना करके रहेंगे। इसके लिए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान की अगुवाई में पांच मुख्यमंत्रियों की समिति का गठन किया गया है, ओर समिति ने इस पर काम शुरू कर दिया है। श्री शाह ने कहा कि मिस्टर बंटाढार की सरकार ने 2003 में किसानों के लिए महज 2915 करोड़ का बजट पेश किया था, जबकि भाजपा सरकार ने 2018 में 23 हजार 900 करोड़ का बजट किसानों के लिए दिया है।



श्री शाह ने मनमोहन सरकार के दौरान यूरिया की किल्लत के कारण किसानों को होने वाली परेशानी और मोदी सरकार के दौरान यूरिया को नीम कोटेड कर किसानों को राहत देने की बात का भी जिक्र करते हुए कहा कि उनके दौर में किसान यूरिया के लिए लाइन में लगा रहता था और उसके यूरिया के बदले पुलिस की लाठियां मिलती थी, लेकिन हमारे शासनकाल में किसान को यूरिया की कतई किल्लत नहीं है। कांग्रेस जिस यूरिया को उद्योगपतियों के हाथों बेच रही थी और कालाबाजारी का एक ताना बाना बुन दिया गया था उसे हमने पूरी तरह ध्वस्त करते हुए नीम कोटेड यूरिया लाकर किसानों को प्रचूर मात्रा में उपलब्ध करा दिया है।



श्री शाह ने पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह सरकार की कार्यप्रणाली पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ लोग मोदी जी के विदेश दौरों पर सवाल उठाते हैं, लेकिन उनसे ज्यादा विदेश दौरे मनमोहन सिंह जी ने किए थे, अंतर सिर्फ इतना है कि वे दौरों के दौरान मेडम के लिखे दो पेज लेकर चुपचाप पढ़कर आ जाते थे इसलिए किसी को पता नही चलता था, और नरेन्द्र मोदी जिस देश मे जाते हैं वहां लोग जोश से उनका स्वागत करते हैं। मोदी जी ने सारी दुनिया में तिरंगे के सम्मान को स्थापित किया है। आज भारत किसी के भी साथ बराबरी से बात करता है। कांग्रेसी मित्रों को तकलीफ इस बात की है कि उनके प्रधानमंत्री को ऐसा सम्मान क्यों नहीं मिलता था।



श्री शाह ने मंच से घुसपैठियों के खिलाफ भी हुँकार भरी। उन्होंने कहा हमने देश मे 40 लाख घुसपैठियों की पहचान कर ली है आप 2019 मे मोदी जी को फिर से विजय बनवाइये हम वादा करते हैं इन घुसपैठियों को पूरे देश से ढंूढ-ढंूढकर बाहर खदेड़ेंगे।



जिस सिंधिया ने कभी मिट्टी को हाथ नही लगाया वो किसान कल्याण की बात करते है



श्री शाह ने कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर प्रहार करते हुए कहा कि जिन्होंने कभी मिट्टी को नही छुआ वे किसान कल्याण की बात करते हैं। जिन लोगों को रबी ओर खरीफ में अंतर नही पता वे क्या किसानों का भला करेंगे ? शिवराज सिंह जी खुद किसान के बेटे है इसलिए वो किसानों का दर्द जानते है, राजमहलों में बैठने वाले ओर उद्योगपति इस बात को क्या जानेंगे। उन्होंने कहा कि मोनी बाबा प्रधानमंत्री ने किसानों को 8 लाख करोड़ का लोन दिया था, जबकि मोदी सरकार ने किसानों को 11 लाख 80 हजार करोड़ का लोन देने का काम किया है। इसी तरह फसलों के दाम लागत से डेढ़ गुना देने का काम भी यदि किसी ने किया है तो वो केंद्र की श्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार ने किया है। जबकि किसानों की ये मांग लबे समय से थी। लेकिन इसे सिर्फ मोदी सरकार ने ही पूरा किया है।



आयोजन की शुरूआत में प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने स्वागत भाषण देते हुए खरीफ के बाद रबी की फसलों के समर्थन मूल्य में भी भारी वृद्धि करने के लिए प्रधानमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी जी ने किसानों की आय को दोगुना करने की अपनी प्रतिबद्धता फिर से दोहरायी है। मोदी जी 2022 तक ऐसा करके रहेंगे यह हमारा दृढ़ विश्वास है।



असम्भव शब्द हमारे शब्दकोष में नहीं

सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मालवा रेगिस्तान बनता जा रहा था। यह पानी पाताल में जा रहा था। जब मिस्टर बंटाढार की सरकार थी तो कुछ लोगों ने उन्हें कहा कि नर्मदा को मालवा में ले आइए। इस पर उन्होंने कहा कि यह असम्भव है, ये नही हो सकता। लेकिन हमारी सरकार ने मालवा को बंजर होने से बचाया और नर्मदा को यहां की नदियों में मिलाकर प्रदेश को हरा भरा करने के लिए कोई कसर नही छोड़ी है। क्योंकि श्री दिग्विजय सिंह के लिए जो काम इम्पोसिबल था उसे हमने दृढ़ इच्छाशक्ति के बूते पाॅसीबल करके दिखाया। क्योंकि इम्पोसिबल शब्द हमारे शब्दकोष में नहीं है।

इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री थावरचन्द गेहलोत, राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय, सांसद सुधीर गुप्ता, चिंतामणि मालवीय सहित संभाग के विधायक, जिला अध्यक्ष, जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।

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