सोयाबीन व मक्का की भावातंर योजना में खरीदी का भी भुगतान होगा
21 फरवरी 2019। प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने रबी वर्ष 2018-19 के लिये प्राइस सपोर्ट स्कीम योजना के तहत चना, मसूर एवंराई-सरसों फसलों की खरीदी का वार्षिक कैलेण्डर जारी कर दिया है। इन फसलों की खरीदी लोकसभा आम चुनाव की आचार संहिता के दौरान 25 मार्च से 23 मई तक की जायेगी। इससे पहले फ्लेट भावांतर योजना में पिछली भाजपा सरकार द्वारा 20 अक्टूबर 2018 से 19 अक्टूबर तक सोयाबीन एवं मक्का की खरीदी हुई थी जिसका अब कृषि एवं खाद्य विभाग बजट आवंटन होने पर भुगतान करेगा।
चना और मसूर फसलों की कटाई समय फरवरी से मार्च तक का है तथा राई-सरसों फसल की कटाई का समय जनवरी से मार्च तक रहता है। इन तीनों फसलों की कृषि उपज मंडियों में सर्वाधिक आवक 5 अप्रैल से 30 जून तक होती है। इसीलिये प्राईज सपोर्ट सिस्टम स्कीम के अंतर्गत इनकी खरीदी 25 मार्च से 23 मई तक की जायेगी। यह कार्यवाही प्रदेश के समस्त जिलों में समर्थन मूल्य में कृषकों द्वारा उत्पादित उपज का उचित दर प्राप्त करने हेतु की गई है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले पिछली भाजपा सरकार ने वार्षिक कैलेण्डर जारी कर छह फसलों सोयाबीन, मूंगफली, उड़द, मूंग, तिल और रामतिल की समर्थन मूल्य पर 1 अक्टूबर 2018 से 30 दिसम्बर 2018 तक खरीदी की थी तथा सातवीं फसल अरहर की खरीदी का कार्यक्रम 1 मार्च 2019 से 30 मई 2019 तक का बनाया हुआ है। इन सभी फसलों का भुगतान किसानों को किया जा चुका है।
फलेट भावांतर योजना में 20 अक्टूबर 2018 से 19 जनवरी 2019 विक्रय अवधि रखी गई थी। इसका भुगतान कृषि एवं खाद्य विभाग करेगा।
विभागीय अधिकारी नेबताया कि चना, मसूर और राई-सरसों की समर्थन मूल्य पर खरीदी का वार्षिक कैलेण्डर जारी किया गया है। इसमें आचार संहिता आड़े नहीं आयेगी। सोयाबीन एवं मक्का की फ्लेट भावांतर योजना में खरीदी का भुगतान कृषि एवं खाद्य विभाग बजट उपलब्ध होने पर करेगा।
- डॉ. नवीन जोशी
चना, मसूर और राई-सरसों की समर्थन मूल्य में आचार संहिता के दौरान खरीदी होगी
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Bhopal 👤By: DD Views: 2437
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