मेट्रो का पीथमपुर और सांवेर होते हुए उज्जैन तक विस्तार किया जायेगा
पहले चरण में गांधी नगर से सुपर कॉरिडोर- 3 स्टेशनों के बीच 6.3 किमी लंबे रूट पर ट्रेनों का परीक्षण परिचालन प्रारंभ हो रहा है।
जून 2024 से इंदौर और भोपाल वासियों को इन दो ट्रैक पर मिलने लगेगी मेट्रो सुविधा।
दिसंबर 2026 तक दोनों शहरों की मेट्रो परियोजनाओं का सम्पूर्ण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।
30 सितंबर 2023। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज इंदौर में प्रदेश की पहली मेट्रो ट्रेन के ट्रायल रन का फ्लैग ऑफ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इंदौर में एक नया दौर प्रारंभ हो रहा है। इंदौर मेरे सपनों का शहर है, इंदौर स्वच्छतम् शहर है, इंदौर स्मार्ट शहर है, इंदौर आईटी सीटी है, इंदौर हाईटेक सीटी है। इंदौर ने टेम्पो से लेकर मेट्रो तक का सफर तय किया है।
ये इंदौर का दौर है...ये इंदौर की रफ्तार का नया दौर है..
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) September 30, 2023
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने गांधी नगर, इंदौर में हरी झंडी दिखाकर इंदौर मेट्रो ट्रेन के ट्रायल रन का शुभारंभ किया।#MamaKiMetro pic.twitter.com/MpoQPoZkuS
मुख्यमंत्री ने मेट्रो के एमडी मनीष सिंह और उनकी पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मेट्रो की टीम ने युद्ध स्तर पर कार्य करके बहुत ही कम समय में मेट्रो का शुभारंभ किया है। उन्होंने कहा कि मेट्रो में साफ और स्वच्छ वातावरण में यात्रा कर सकेंगे और बहुत ही कम समय में गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। मेट्रो से यात्रा करना टू-व्हीलर से भी सस्ती साबित होगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि मेट्रो ट्रेन का अधिक से अधिक लोग उपयोग करें।
इंदौर मेट्रो परियोजना के अनुसार, पहले चरण में गांधी नगर से सुपर कॉरिडोर- 3 स्टेशनों के बीच 6.3 किमी लंबे रूट पर ट्रेनों का परीक्षण परिचालन प्रारंभ हो रहा है। जून 2024 से इंदौर और भोपाल वासियों को इन दो ट्रैक पर मिलने लगेगी मेट्रो सुविधा। दिसंबर 2026 तक दोनों शहरों की मेट्रो परियोजनाओं का सम्पूर्ण कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।
इंदौर मेट्रो रेल अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगी। ट्रेन के सभी डिब्बे वातानुकूलित होंगे। यात्रियों की सूचना के लिए सार्वजनिक संबोधन प्रणाली तथा दृश्यात्मक संकेत होंगे जिससे यात्री सही गंतव्य पर उतर सकें। ट्रेन का संचालन विश्व स्तर की उच्चतम सिग्नलिंग प्रणाली से होगा जिससे सुरक्षा एवं समय की पाबंदी सुनिश्चित होगी।
मेट्रो से शहर की सुंदरता में भी चार चाँद लगेंगे। ये ट्रेन अपने आप में जितनी खूबसूरत है, उतने ही सुंदर स्टेंशंस भी बनेंगे। मेट्रो के एलिवेटेड ट्रैक के नीचे भी साज सज्जा और हरीतिमा की व्यवस्था बनाई जाएगी, जिससे शहर और भी सुंदर लगेगा।
मेट्रो का परिचालन तो प्रदूषण रहित होगा ही, लोग जब अपने कार-मोटरसाइकल इत्यादि त्यागकर मेट्रो से सफर करेंगे तो पेट्रोल-डीजल की खपत भी घटेगी। मेट्रो की कनेक्टिविटी मिल जाने के बाद अब शहर के आउटर एरिया मे कम किराये के आवासों, छात्रों के लिए वरदान यह वरदान साबित होगी। इंदौर और भोपाल एजुकेशन हब हैं। मेट्रो के आ जाने से इन शहरों में छात्रों के समय की भी बचत होगी, और पैसों की भी।