1 अक्टूबर 2023। मध्य प्रदेश में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में युवा मतदाता एक निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। राज्य में 18 से 29 वर्ष की आयु के मतदाताओं की संख्या लगभग 20 लाख है, जो कुल मतदाताओं का लगभग 30% है। इन मतदाताओं का रुझान तय करेगा कि राज्य में कौन से दल सत्ता में आते हैं।
युवा मतदाता आमतौर पर सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों के प्रति अधिक जागरूक होते हैं। वे रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे जैसे मुद्दों पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं। इस बार के चुनाव में भी युवा मतदाता इन मुद्दों को प्राथमिकता देने वाले उम्मीदवारों को चुनने की संभावना है।
युवा मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए भी अधिक उत्सुक हैं। 2018 के चुनाव में युवा मतदान का प्रतिशत 71.7% था, जो राष्ट्रीय औसत से अधिक था। इस बार भी युवा मतदाता अधिक संख्या में मतदान में भाग लेने की संभावना है।
यदि युवा मतदाता अधिक संख्या में मतदान में भाग लेते हैं और अपने मताधिकार का प्रयोग करते हैं, तो वे चुनाव के परिणाम को प्रभावित कर सकते हैं। वे ऐसे उम्मीदवारों को चुने जा सकते हैं जो उनकी जरूरतों और प्राथमिकताओं को पूरा करते हैं।
युवा मतदाताओं को यह समझना चाहिए कि उनके पास अपने भविष्य को आकार देने की शक्ति है। अपने मताधिकार का प्रयोग करके, वे एक ऐसे भविष्य का निर्माण कर सकते हैं जो उनके लिए और उनके देश के लिए बेहतर हो।
शिवराज सरकार ने युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए सीखो कमाओ योजना शुरू की है। इस योजना के तहत, सरकार युवाओं को कौशल विकास के प्रशिक्षण के साथ-साथ नौकरी भी प्रदान करती है। सरकार का मानना है कि यह योजना युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगी।
कांग्रेस भी युवाओं को जोड़ने के लिए योजना बनाने पर विचार कर रही है। पार्टी युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न योजनाओं पर विचार कर रही है। पार्टी का मानना है कि युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना और उनके लिए बेहतर जीवन सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों पार्टियों की योजनाएं युवाओं को कितनी आकर्षित करती हैं।
युवा मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
शिक्षा और जागरूकता बढ़ाना: युवा मतदाताओं को मतदान के महत्व और प्रक्रिया के बारे में शिक्षित किया जाना चाहिए। यह उन्हें मतदान के लिए प्रोत्साहित करने में मदद करेगा।
मतदान को सुविधाजनक बनाना: युवा मतदाताओं के लिए मतदान को सुविधाजनक बनाने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। इसके लिए, मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाने और मतदान के समय को बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है।
सामाजिक मीडिया का उपयोग करना: युवा मतदाताओं को सोशल मीडिया का उपयोग करके मतदान के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है। इसके लिए, सोशल मीडिया पर मतदान अभियान चलाए जा सकते हैं।
युवा मतदाताओं के लिए चुनौतियां
मध्य प्रदेश में युवा मतदाताओं के लिए दो प्रमुख चुनौतियां हैं। पहली चुनौती यह है कि युवा मतदाता अक्सर राजनीतिक प्रक्रिया से जुड़े नहीं होते हैं। दूसरी चुनौती यह है कि युवा मतदाताओं को अक्सर यह नहीं पता होता कि उनके लिए कौन से मुद्दे महत्वपूर्ण हैं।
इन चुनौतियों को दूर करने के लिए, दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों को युवाओं को राजनीतिक प्रक्रिया से जोड़ने और उन्हें उनके लिए महत्वपूर्ण मुद्दों के बारे में शिक्षित करने के लिए कदम उठाने होंगे।
युवा मतदाता, मध्य प्रदेश चुनाव की चाबी हैं। वे अपनी ताकत और ऊर्जा का उपयोग करके राज्य को एक बेहतर स्थान बना सकते हैं। वे एक ऐसे भविष्य का निर्माण कर सकते हैं जो सभी के लिए न्यायपूर्ण और समृद्ध हो।
युवा मतदाताओं के हाथ में मध्य प्रदेश की सरकार की चाबी
Place:
भोपाल 👤By: prativad Views: 1464
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