6 अक्टूबर 2023। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार विकास के लिए आवश्यक वित्तीय साधन जुटाएगी और विकास का महायज्ञ जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश को विकास में नंबर-एक बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने राजधानी भोपाल में प्रदेशव्यापी विविध विकास कार्यों का वर्चुअल शिलान्यास और लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के विभिन्न जिलों में 53 हजार 5 करोड़ से अधिक लागत के 14 हजार 375 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया जा रहा है। यह अपने आप में एक रिकार्ड है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आज राजधानी भोपाल से जुड़ी अनेक योजनाओं के लिए भी स्वीकृति दी गई है। इनमें अयोध्या बायपास पर सिंधिया चौराहे से रत्नागिरि चौराहे तक सर्विस रोड सहित 6 लेन मार्ग बनेगा, जिसकी लंबाई 16 किलोमीटर होगी, शामिल है। इसी तरह 140 किलोमीटर लंबाई के इंदौर रिंग रोड का निर्माण होगा, जिसकी लागत 6500 करोड़ रूपए होगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में विकास हुआ है। प्रदेश में सड़कों का जाल बिछाया गया है। सात बार प्रदेश ने कृषि कर्मण अवार्ड जीता है। अटल एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, विंध्य एक्सप्रेस-वे सहित अनेक हाई-वे निर्मित हो रहे हैं। प्रदेश में 20 वर्ष पूर्व सिर्फ 50-60 हजार किलोमीटर सड़कें थीं, लेकिन आज 5 लाख किलोमीटर लंबाई में सड़कें हैं। अनेक क्षेत्रों में कायाकल्प हुआ है। प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना में 44 लाख से अधिक मकान बन गए हैं। सिंचाई क्षमता 47 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई है। मध्यप्रदेश कभी अंधेरों का प्रदेश था। ऊर्जा उत्पादन आज 29 हजार मेगावॉट तक पहुंच गया है। प्रदेश के 65 लाख से अधिक परिवारों तक शुद्ध नल से जल पहुंच रहा है। स्कूलों के क्षेत्र में क्रांति हुई है। एक समय था जब बच्चे फट्टा और झोला लेकर स्कूल जाया करते थे, पेड़ के नीचे स्कूल लगते थे। आज सीएम राइज विद्यालय बनाए जा रहे हैं, जिनकी लागत 40 से 50 करोड़ के बीच होती है। गरीब व्यक्ति के बेटा-बेटी भी बस सुविधा का लाभ लेकर इन स्कूलों में पहुंचते हैं। सीएम राइज विद्यालय में खेल मैदान, पुस्तकालय, प्रयोगशाला की सुविधाएं हैं। स्मार्ट क्लास में नई दिल्ली और मुम्बई के शिक्षक भी वर्चुअली शिक्षा देने का कार्य करते हैं। ग्लोबल स्किल पार्क 600 करोड़ की लागत से बना है। कभी सिर्फ 5 मेडिकल कॉलेज होते थे, अब 19 नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना की गई और शीघ्र ही प्रदेश में 31 मेडिकल कॉलेज संचालित होंगे। हिंदी में शिक्षण को प्रोत्साहित किया गया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में वर्ष 2003-04 में प्रति व्यक्ति सालाना औसत आय सिर्फ 11 हजार रूपए थी, आज यह 1 लाख 40 हजार हो गई है। अर्थव्यवस्था गतिमान हुई है। सकल घरेलू उत्पादन लगभग 86 हजार करोड़ रूपए का था, आज यह 13 लाख करोड़ से भी अधिक हो गया है। बजट भी 23 हजार करोड़ से बढ़कर लगभग सवा तीन लाख करोड़ हो गया है। अनाज उत्पादन की बात करें तो जहां सिर्फ 159 लाख मीट्रिक टन उत्पादन होता था अब 619 लाख मीट्रिक टन उत्पादन होता है। मध्यप्रदेश में अन्न के भंडार भर दिए हैं। मध्यप्रदेश सबसे ज्यादा गेहूँ निर्यात करने वाला प्रांत बना है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लोगों की जिंदगी आसान बनाना है। अपना मध्य प्रदेश समृद्ध और विकसित मध्य प्रदेश है। इसमें सामाजिक न्याय हमें देना है। सामाजिक न्याय का अर्थ संसाधनों का लाभ गरीबों को मिलना है। कुछ लोग कहते हैं कि निर्धनता एक अभिशाप है। मैं कहता हूं कि निर्धनता एक चुनौती है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा: विकास का महायज्ञ चलता रहेगा, मध्य प्रदेश को विकास में नंबर-एक बनाएंगे
Place:
भोपाल 👤By: prativad Views: 955
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