12 अक्टूबर 2023। भारत निर्वाचन आयोग के उप निर्वाचन आयुक्त अजय भादू एवं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, मध्यप्रदेश अनुपम राजन द्वारा आज इंदौर के ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में इंदौर एवं उज्जैन संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षकों की बैठक में विधानसभा चुनाव-2023 की तैयारियों की विस्तार से समीक्षा की गई।
बैठक में निर्देशित किया गया कि मतदाता सूची में डुप्लीकेशन ना हो। मृत लोगों के नाम सूची में ना रहें। जिन मतदाताओं के नाम सूची में जोड़े गए हों उनके ईपिक कार्ड वितरित किए जाएं। सभी रिटर्निंग आफिसर अपने क्षेत्र के मतदान केंद्रों का भ्रमण कर लें और मतदान केंद्रों पर सभी बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें। जिन मतदान केंद्रों में 1500 से अधिक मतदाता हैं ऐसे मतदान केंद्रों को मतदाता की सुविधा के लिए दो भागों में विभक्त किया जाए और नया मतदान केंद्र उसी परिसर में या निकटवर्ती भवन में बनाया जाए। मतदान केंद्र पर मतदान कराने के लिए आने वाले मतदान दल और सुरक्षाकर्मियों की सुविधाओं का ध्यान रखा जाये, जिससे उनका मतदान कराने में अच्छा अनुभव रहे।
बैठक में निर्देशित किया गया कि चुनाव कार्य में लगने वाले कर्मचारियों, 80 वर्ष से अधिक की आयु के वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों के लिए बैलेट की तैयारी अच्छी तरह से की जाये। बीएलए को भी पता होना चाहिए कि किन मतदाताओं को पोस्टल बैलेट की सुविधा दी जाना है। चुनाव आचार संहिता का कड़ाई से पालन किया जाये। सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी रखी जाए, जिससे कोई भी व्यक्ति साम्प्रदायिक पोस्ट या रि-पोस्ट कर माहौल बिगाड़ने का काम ना कर सके। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर प्रतिबंधात्मक और जिला बदर की कार्यवाही की जाये। चुनाव को प्रभावित करने वाली सामग्री की रोकथाम के लिए जिले में और राज्य की सीमाओं में नाके लगाकर वाहनों की सख्ती से जांच की जाये। मदिरा के अवैध निर्माण और परिवहन पर सख्त कार्यवाही की जाये। फ्लाइंग स्कॉड और एसएसटी द्वारा मुस्तैदी से काम किया जाये।
बैठक में निर्देशित किया गया कि चुनाव संबंधी शिकायतों के लिए बनाए गये सी-विजिल मोबाइल एप का व्यापक प्रचार किया जाए। वल्नरेबल क्षेत्र के मतदान केंद्रों में सुरक्षा के इंतजाम करने के साथ ही मतदाता जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिये गए।
निर्देश दिए गए कि मतदाता सूची में डुप्लीकेशन ना हो, मृत लोगों के नाम सूची में ना रहें, और जिन मतदाताओं के नाम सूची में जोड़े गए हों उनके ईपिक कार्ड वितरित किए जाएं।
सभी रिटर्निंग आफिसर अपने क्षेत्र के मतदान केंद्रों का भ्रमण कर लें और मतदान केंद्रों पर सभी बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
जिन मतदान केंद्रों में 1500 से अधिक मतदाता हैं ऐसे मतदान केंद्रों को मतदाता की सुविधा के लिए दो भागों में विभक्त किया जाए।
चुनाव कार्य में लगने वाले कर्मचारियों, 80 वर्ष से अधिक की आयु के वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों के लिए बैलेट की तैयारी अच्छी तरह से की जाए।
चुनाव आचार संहिता का कड़ाई से पालन किया जाए।
सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी रखी जाए।
कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर प्रतिबंधात्मक और जिला बदर की कार्यवाही की जाए।
चुनाव को प्रभावित करने वाली सामग्री की रोकथाम के लिए जिले में और राज्य की सीमाओं में नाके लगाकर वाहनों की सख्ती से जांच की जाए।
मदिरा के अवैध निर्माण और परिवहन पर सख्त कार्यवाही की जाए।
फ्लाइंग स्कॉड और एसएसटी द्वारा मुस्तैदी से काम किया जाए।
चुनाव संबंधी शिकायतों के लिए बनाए गये सी-विजिल मोबाइल एप का व्यापक प्रचार किया जाए।
वल्नरेबल क्षेत्र के मतदान केंद्रों में सुरक्षा के इंतजाम करने के साथ ही मतदाता जागरूकता अभियान चलाए जाएं।
बैठक में शामिल सभी कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों द्वारा अपने ज़िले में निर्वाचन के लिए की गई तैयारियों की जानकारी दी गई।
बैठक में निर्वाचन आयोग के संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राकेश सिंह, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रुचिका चौहान, पुलिस महानिरीक्षक, कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा मध्यप्रदेश तथा राज्य पुलिस नोडल अधिकारी अनुराग सहित इंदौर कमिश्नर मालसिंह, उज्जैन कमिश्नर संजय गोयल, उज्जैन आईजी संतोष कुमार सिंह, पुलिस कमिश्नर इंदौर मकरंद देउस्कर, पुलिस महानिरीक्षक ग्रामीण राकेश गुप्ता एवं इंदौर, बड़वानी, धार, खंडवा, झाबुआ, बुरहानपुर, अलीराजपुर, खरगोन, उज्जैन, नीमच, आगर मालवा, शाजापुर, देवास, मंदसौर, रतलाम जिले के कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक उपस्थित थे।
इंदौर और उज्जैन संभाग में चुनाव तैयारियों की समीक्षा के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने बैठक की
Place:
भोपाल 👤By: prativad Views: 648
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