
9 दिसंबर 2023। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद की चिंता छोड़कर लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। वे लगातार उन विधानसभा सीटों पर जा रहे हैं, जहां बीजेपी की आंधी में भी कमल खिल नहीं पाया।
इससे पहले शिवराज सिंह चौहान छिंदवाड़ा और श्योपुर के दौरे पर गए थे। अब वे राघौगढ़ पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि वे मिशन 29 के तहत 2024 में मध्य प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करने के लिए काम कर रहे हैं।
शिवराज सिंह चौहान की इस राजनीति को समझना मुश्किल है। जब बाकी के मुख्यमंत्री पद के दावेदार दिल्ली में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के साथ बैठक कर रहे हैं, तब शिवराज सिंह चौहान हारी हुई सीटों पर जाकर जनता का आभार जता रहे हैं।
शिवराज सिंह चौहान की इस राजनीति के पीछे कई कारण हो सकते हैं। एक कारण यह हो सकता है कि वे अभी भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं। वे दिल्ली में बैठक कर रहे अन्य दावेदारों को दिखाना चाहते हैं कि वे अभी भी चुनावी मैदान में हैं।
दूसरा कारण यह हो सकता है कि वे 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत के लिए अपनी भूमिका निभाना चाहते हैं। वे हारी हुई सीटों पर जाकर लोगों को यह संदेश देना चाहते हैं कि भाजपा फिर से सत्ता में आएगी।
तीसरा कारण यह हो सकता है कि वे बस चुनावी राजनीति में सक्रिय रहना चाहते हैं। वे जनता के बीच रहकर अपनी लोकप्रियता बनाए रखना चाहते हैं।
शिवराज सिंह चौहान की राजनीति का असर आने वाले समय में पता चलेगा। अगर वे 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभाते हैं, तो उनकी राजनीति को समझा जा सकेगा।