25 दिसंबर 2023। संगीत नगरी ग्वालियर में एक ऐतिहासिक पल देखने को मिला। ग्वालियर के ऐतिहासिक दुर्ग पर 1600 तबला वादकों ने एक साथ तबला वादन की प्रस्तुति देते हुए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। इस रिकॉर्ड को गिनीज वर्ल्ड ऑफ बुक रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया।
इस अनोखे कार्य को देखते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 25 दिसंबर को मध्य प्रदेश में तबला दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि आज का दिन हमारे लिए एक स्वर्णिम दिन है। हम सभी इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि यह उपलब्धि आने वाले वर्षों में भी याद रखी जाए। इसलिए हमने निर्णय लिया है कि 25 दिसंबर को तबला दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
ग्वालियर में प्रतिवर्ष होता है तानसेन समारोह
सुर सम्राट की जन्मस्थली कहे जाने वाले ग्वालियर में प्रतिवर्ष तानसेन समारोह का आयोजन किया जाता है। इस समारोह में देश ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों से संगीत प्रेमी और संगीत रसिक इस समारोह का रसपान करने के लिए आते हैं। इसके अलावा कई दिग्गज कलाकार भी इस समारोह में सुर सम्राट तानसेन को अपनी स्वरांजलि प्रस्तुति के रूप में अर्पित करने के लिए भी आते हैं। संगीत की इस पावन धरा पर 25 दिसंबर को एक बड़ा आयोजन ग्वालियर के ऐतिहासिक दुर्ग पर किया गया, जिसमें 1600 से भी अधिक तबला वादकों ने एक साथ अपनी प्रस्तुति देकर गिनीज वर्ल्ड ऑफ बुक रिकॉर्ड में ग्वालियर का नाम अंकित किया।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद रहे। उन्होंने भी इस उपलब्धि के लिए तबला वादकों को बधाई दी।
इस कार्यक्रम में देशभर के विभिन्न राज्यों से तबला वादक शामिल हुए थे। इन वादकों ने विभिन्न ताल और रागों पर तबला वादन की प्रस्तुति दी। इस प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया।
इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने सभी का आभार व्यक्त किया।
संस्कृति और विरासत की दिव्य नगरी ग्वालियर में संगीत सम्राट तानसेन की स्मृति में 'तानसेन समारोह' का आयोजन अद्भुत और अलौकिक है।
? Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) December 25, 2023
आज के दिव्य समारोह में ?ताल दरबार? कार्यक्रम के अंतर्गत एक साथ 1,282 तबला वादकों की प्रस्तुति ने मन मोहने के साथ ही एक नया विश्व कीर्तिमान बनाया है।? pic.twitter.com/91B6vIr3zb
विशेषताएं
यह उपलब्धि गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज की गई है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 25 दिसंबर को तबला दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है।
इस कार्यक्रम में देशभर के विभिन्न राज्यों से तबला वादक शामिल हुए थे।
आज का दिन हमारे लिए एक स्वर्णिम दिन
इस अवसर पर कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे प्रदेश की नए मुखिया डॉ. मोहन यादव ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि हमारा प्रयास है कि आगामी समय में 25 दिसंबर को इस यादगार लम्हे को और अधिक यादगार बनाने के लिए तबला दिवस के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज का दिन हमारे लिए एक स्वर्णिम दिन है। और इस स्वर्णिम दिवस के लिए मैं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के साथ सभी को बधाई देता हूं।और आज यहां सम्मिलित होने के लिए मैं सभी को शुभकामनाएं भी देता हूं। ग्वालियर की इस उपलब्धि से पूरे देश में उत्साह का माहौल है। यह उपलब्धि ग्वालियर की संगीत परंपरा को नई ऊंचाईयां प्रदान करेगी।