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पोलियो निर्मूलन के बाद अब शिक्षा रोटरी क्लब की प्राथमिकता: दर्शन सिंह गांधी

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Place: Bhopal                                                👤By: Digital Desk                                                                Views: 17646

15 अक्टूबर, 2016। अपनी स्थापना के 111 वर्ष पूरे कर रहे रोटरी क्लब इंटरनेशनल ने 1985 में पूरी दुनिया को पोलियोमुक्त बनाने का कार्य हाथ में लिया था। वर्ष 2014 पहुंचने तक नाईजीरिया, अफगानिस्तान, पाकिस्तान को छोड़ पोलियो पूरे विश्व से समाप्त कर दिया गया। पूरी उम्मीद है कि इस वर्ष के अंत तक दुनिया से पोलियो का खात्मा हो जाएगा। भारत में रोटरी क्लब की प्राथमिकता अब स्कूली शिक्षा रहेगी।



उक्त आशय की जानकारी आज रोटरी क्लब 3040 के मंडलाध्यक्ष दर्शन सिंह गांधी ने अपने भोपाल प्रवास के दौरान आयोजित एक पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि रोटरी क्लब इंटरनेशनल विश्व के 214 देशों में अपने 12.50 लाख से अधिक सदस्यों के जरिए पोलियो उन्मूलन, युद्ध शांति, पेयजल व स्वच्छता, आधारभूत शिक्षा, मां व बच्चों के स्वास्थ्य तथा समाज के पिछड़े लोगों का आर्थिक विकास की धारा में लाने जैसे कार्यक्रम संचालित कर रहा है।



श्री गांधी ने कहा कि पोलियो उन्मूलन के बाद रोटरी क्लब इंटरनेशनल ने साक्षरता कार्यक्रम को अपने हाथ में लिया है इसके लिये ग्रामीण स्कूलों को गोद लिया जाना, शिक्षकों का प्रशिक्षण, ई-लर्निंग, प्रौढ़ शिक्षा व हैप्पी स्कूल बनाने जैसे अनेक कार्य किये जा रहे हैं। ई लर्निंग के तहत प्रदेश के 200 स्कूलों में ई लर्निंग बोर्ड सरकारी स्कूलों में दिये जा रहे हैं। साथ ही किन्हीं कारणों से स्कूल छोड़ चुके बच्चों को पुनः स्कूल भेजे जाने की योजनाओं को भी संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत कापी-किताब, स्कूल बैग, स्कूल फर्नीचर, गरीब बच्चों की फीस, वाटर प्योरिफायर, स्कूलों में शौचालय, हैण्ड वाश स्टेशन, साफ-सफाई व स्कूलों की रंगाई पुताई जैसे काम किये जा रहे हैं।



रोटरी क्लब ईस्ट, भोपाल के अध्यक्ष श्रीकांत फाटक ने बताया कि शिक्षा के साथ स्वास्थ्य पर भी रोटरी कार्य कर रही है। मध्यप्रदेश के 25 जिलों में, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, स्वास्थ्य परीक्षण व यथोचित उपचार संबंधी योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसके तहत हाल ही में इटारसी व रतलाम में डायलिसिस मशीनें स्थापित की गई हैं। इसके अतिरिक्त अत्याधुनिक जांच उपकरणों से लैस 27 लाख रूपए मूल्य की चलित मैमोग्राफी जांच इकाई को भी बुरहानपुर जिले के आदिवासी अंचलों के लिए रोटरी क्लब द्वारा आरंभ किया गया है।

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