भोपाल: 15 सितंबर 2024। साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं ने भोपाल शहर को हिला कर रख दिया है। पिछले दो वर्षों में 1,124 मामलों में भोपालवासियों से करीब ₹17.95 करोड़ की ठगी की गई है, जिसमें प्रमुख भूमिका लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप की रही है। साइबर धोखाधड़ी के ये मामले लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन साइबर अपराध पर लगाम लगाने में अधिकारी असमर्थ नजर आ रहे हैं।
युवाओं को बनाया जा रहा निशाना
आजकल ठग एक नया हथकंडा अपना रहे हैं, जिसमें वे सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप्स का उपयोग कर भोपाल के युवाओं को अपने जाल में फंसा रहे हैं। ठग, मॉडल के रूप में काम करने वाली महिलाओं की फर्जी तस्वीरें भेजकर लड़कों को लुभाते हैं और उनसे मुलाकात के नाम पर पैसे ऐंठते हैं। जैसे ही पीड़ित पैसा भेजते हैं, ठग अपने अकाउंट्स डिलीट कर गायब हो जाते हैं। पिछले तीन महीनों में ही इस तरह के 27 मामलों में भोपाल के युवाओं ने कुल ₹4.8 लाख का नुकसान झेला है।
अंतरराष्ट्रीय लिंक: विदेशी ऑपरेटरों की संलिप्तता
भोपाल साइबर सेल के अधिकारियों के अनुसार, इन ऐप्स के कई ऑपरेटर रूस और अन्य विदेशी देशों में स्थित हैं, जिससे उन्हें ट्रैक करना और उनके खिलाफ कार्रवाई करना चुनौतीपूर्ण हो गया है। साइबर सेल ने इन ऐप्स की अनियमितताओं के बारे में कई बार ईमेल के जरिए शिकायत की है, लेकिन अब तक कोई संतोषजनक प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
पुलिस की कार्रवाई की योजना
भोपाल के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (साइबर) सुजीत तिवारी ने इस बढ़ते खतरे पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जल्द ही पुलिस मुख्यालय को इस समस्या से अवगत कराया जाएगा और राज्य सरकार से कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है। तिवारी ने बताया, "हम इस गंभीर समस्या पर उचित कार्रवाई की दिशा में कदम उठा रहे हैं।"
भोपाल में साइबर क्राइम का बढ़ता खतरा हर किसी के लिए चेतावनी का संकेत है, खासकर युवाओं को अपने ऑनलाइन व्यवहार में अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।
साइबर क्राइम का बढ़ता खतरा: भोपाल में वॉट्सऐप फ्रॉड से दो साल में ₹17.95 करोड़ की चपत
Location:
भोपाल
👤Posted By: prativad
Views: 914
Related News
Latest News
- भारत ने ईरान के सर्वोच्च नेता के दावे को खारिज किया
- एमपी में अशोक चक्र की जगह उर्दू कलमा छपा तिरंगा फहराया गया; विश्व हिंदू परिषद ने दर्ज कराई एफआईआर
- मलखंब और जिम्नास्टिक को बढ़ावा देने के लिए बनेंगी नई अकादमियां: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
- संयुक्त राष्ट्र के साइबर अपराध संधि से मानवाधिकारों को खतरा
- संपदा 2.0 सॉफ्टवेयर लॉन्च: रजिस्ट्री में होगी पारदर्शिता, ठगी होगी बंद