
28 फरवरी 2025। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर कहा कि भारत ने विज्ञान और तकनीकी नवाचारों में वैश्विक स्तर पर उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने इस प्रगति का श्रेय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को देते हुए कहा कि उनके प्रोत्साहन से विज्ञान आधारित कार्यप्रणाली, नवीनतम तकनीकों का उपयोग और अनुसंधान को बढ़ावा मिला है, जिससे भारत विज्ञान के क्षेत्र में एक नई ऊंचाई पर पहुंचा है।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह में हुआ कई योजनाओं का शुभारंभ
भोपाल के विज्ञान भवन में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में "विकसित भारत के लिए विज्ञान और नवाचार में वैश्विक नेतृत्व में भारतीय युवाओं को सशक्त बनाने" की थीम पर चर्चा की गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने "सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन स्टेम एजुकेशन" का उद्घाटन किया। उन्होंने छात्रों द्वारा प्रस्तुत विज्ञान मॉडल और नवाचारों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और उन्हें प्रोत्साहित किया।
डॉ. यादव ने इस अवसर पर महान वैज्ञानिक सी.वी. रमन को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि "रमन प्रभाव" की खोज ने भारत को विज्ञान की दुनिया में गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि विज्ञान का कार्य समस्याओं का समाधान खोजना और प्रकृति के रहस्यों को उजागर करना है।
विज्ञान और तकनीकी नवाचारों को बढ़ावा
कार्यक्रम के दौरान मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद और वीआईटी भोपाल के बीच अकादमिक और वैज्ञानिक सहयोग को बढ़ाने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विज्ञान मंथन यात्रा, उद्यमिता विकास कार्यक्रम, फसल बीमा हेतु क्षमता विकास कार्यक्रम, और पेटेंट आधारित अनुसंधान को प्रोत्साहित करने वाले पोस्टरों का विमोचन किया।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश हिंदी ग्रंथ अकादमी की पत्रिका "रचना" का विमोचन भी किया। उन्होंने कहा कि विज्ञान और नवाचार को भारतीय परंपरा से जोड़ते हुए आगे बढ़ना आवश्यक है, क्योंकि भारत की प्राचीन परंपरा में विज्ञान के गहरे तत्व निहित हैं।
भारत की वैज्ञानिक विरासत और आधुनिक विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में विज्ञान का इतिहास अत्यंत समृद्ध रहा है। उन्होंने भारतीय ज्ञान परंपरा का उल्लेख करते हुए कहा कि खगोल विज्ञान, गणित और चिकित्सा में भारत ने प्राचीन काल से ही महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने गुरुत्वाकर्षण, सौर मंडल और ब्रह्मांड से जुड़ी भारतीय मान्यताओं का उदाहरण देते हुए बताया कि भारतीय संस्कृति में विज्ञान को सदियों से एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त रहा है।
विज्ञान के प्रति बढ़ती जागरूकता
कार्यक्रम में मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक डॉ. अनिल कोठारी ने बताया कि राज्य में विज्ञान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में प्रदेश में स्टार्टअप, अनुसंधान और नवाचार को नई दिशा मिल रही है, जिससे मध्यप्रदेश विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में अग्रणी बन रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने युवाओं से अपील की कि वे विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आगे बढ़ें और "विकसित भारत" के निर्माण में योगदान दें। उन्होंने कहा कि भारत का स्वर्णिम युग चल रहा है, और यह विज्ञान एवं नवाचार के माध्यम से और भी सशक्त होगा।