
16 मार्च 2025। मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में एक हिंसक घटना ने पूरे राज्य को हिला दिया है, जहां सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) रामचरण गौतम की कर्तव्य पालन के दौरान आकस्मिक निधन हो गया। इस दुखद घटना पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए तत्काल कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
रविवार को मऊगंज के गदरा गांव में दो समूहों के बीच हुए विवाद के दौरान पुलिस बल को स्थिति नियंत्रित करने के लिए बुलाया गया था। इस दौरान हिंसक भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया, जिसमें कई पुलिसकर्मी और अधिकारी घायल हुए, जबकि एएसआई रामचरण गौतम शहीद हो गए। घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री यादव ने ट्विटर पर एक बयान जारी कर कहा, "मऊगंज में घटित यह घटना अत्यंत दुखद है। मध्य प्रदेश सरकार संवेदनशील सरकार है। मैंने प्रभारी मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचने और स्थिति संभालने के निर्देश दिए हैं। अब स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन इस घटना के किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।"
मऊगंज में घटित घटना अत्यंत दुखद है।मध्यप्रदेश सरकार संवेदनशील सरकार है। मैंने प्रभारी मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों को घटना स्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं, अब स्थिति नियंत्रण में है। इस घटना के किसी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। pic.twitter.com/yesLdvum4Y
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) March 16, 2025
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि राज्य सरकार इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी और दोषियों को सजा दिलाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी। इस बीच, मऊगंज के पुलिस अधीक्षक रत्ना ठाकुर ने बताया कि घटना स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है।
हिंसा के पीछे की वजहों का पता लगाने के लिए पुलिस जांच में जुटी है। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, यह घटना दो समुदायों के बीच हुए विवाद से उत्पन्न हुई, जो बाद में हिंसक रूप ले लिया। मृतक एएसआई रामचरण गौतम के निधन पर पूरे राज्य में शोक की लहर है, और सोशल मीडिया पर उनके लिए श्रद्धांजलि के संदेश आ रहे हैं।
विपक्षी दलों ने इस घटना पर सरकार से सवाल उठाए हैं और पुलिस व्यवस्था में सुधार की मांग की है। इस बीच, मुख्यमंत्री यादव के बयान के बाद कई लोगों ने अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की उम्मीद जताई है, जिसमें बुलडोजर कार्रवाई जैसे कदम भी शामिल हो सकते हैं, जैसा कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में पहले देखा गया है।
मऊगंज में तनाव को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है, और स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। इस घटना ने एक बार फिर राज्य में कानून-व्यवस्था और पुलिस सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिस पर सभी की निगाहें बनी हुई हैं।