
7 जनवरी 2018। पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा के जवाब में भाजपा सरकार नर्मदा महोत्सव करने जा रही है। मुख्यमंन्त्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा जयंती के दिन एक बड़ा उत्सव मनाने की योजना बनाई है। इसके तहत नर्मदा किनारे होने वाले अलग अलग उत्सवों की जगह एक ही उत्सव मनाया जाएगा।
कांग्रेसी दिग्गज पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा ने शिवराज सरकार के साथ साथ भाजपा को भी परेशान कर दिया है। यही वजह है कि भाजपा ने तय किया है कि नर्मदा किनारे अलग अलग होने वाले उत्सावों कि जगह एक बड़ा उत्सव मनाया जाए,जिसमे देश विदेश को बड़ी हस्तियों को बुलाकर नर्मदा के साथ साथ सरकार का भी गुणगान किया जा सके।ये उत्सव नर्मदा को जीवित नदी का दर्जा देने के सरकार के फैसले के तहत किया जाएगा।इस उत्सव को नर्मदा सेवा मिशन आयोजित करेगा। भाजपा का मानना है कि सरकार इस नर्मदा उत्सव के माध्यम से सांस्कृतिक और आध्यात्मिक मूल्यों को बचाना चाहती है।
..असल में दिग्विजय अपनी यात्रा को धार्मिक बताते आएं है लेकिन उसके राजनीतिक नफे नुकसान का भाजपा आंकलन कर चुकी है।इसलिये मुख्यमंन्त्री शिवराज ने नर्मदा किनारे बड़ा उत्सव करने के निर्देश दिए थे।अभी नर्मदा के नाम पर नर्मदा उद्गम स्थल अमरकंटक समेत जबलपुर के भेड़ाघाट समेत चार जगह बड़े आयोजन होते है जिनका आयोजन सरकार करती है।जिसमे देश प्रदेश के लाखों श्रद्धालु जुड़ते हैं।ये उत्सव प्रदेश में अलग अलग जगह अलग अलग समय पर मनाए जाते हैं।लेकिन मुख्यमंन्त्री के निर्देश के बाद ये सारे सरकारों आयोजन अब एक ही जगह एक ही दिन नर्मदा जयंती जो इस साल 24 जनवरी को है होंगे।कोंग्रेस का मानना है कि सरकार दिग्विजय सिंह की परिक्रमा से परेशान होकर नर्मदा उत्सव मनाने जा रही है।
मुख्यमंन्त्री की बहुचर्चित बहुप्रचारित नर्मदा सेवा यात्रा ने भाजपा और शिवराज को फायदा तो नही नुकसान जरूर पहुचाया।इस यात्रा को जनता ने वीआईपी सेवा यात्रा के तौर पर देखा।लेकिन इसके बाद हुई दिग्विजय की नर्मदा परिक्रमा पद यात्रा में जुटे जनसमर्थन ने सरकार को जमीन स्तर पर सोचने को मजबूर किया।ऐसे में दिग्विजय की दिग्विजयी नर्मदा परिक्रमा को शिवराज का नर्मदा उत्सव कितना नुकसान पहुचा पायेगा ये बड़ा सवाल है।
- डॉ. नवीन जोशी