
4 मई 2024। भोपाल गैस त्रासदी से जुड़े यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे का विनष्टीकरण मध्य प्रदेश के पीथमपुर में किया जाएगा। यह जानकारी केंद्र सरकार ने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में एक याचिका पर जवाब देते हुए दी।
याचिका में जहरीले कचरे के निपटान में देरी पर सवाल उठाए गए थे। हाईकोर्ट ने इस मामले में स्वत: संज्ञान भी लिया था।
केंद्र सरकार ने हाईकोर्ट को बताया कि 347 मीट्रिक टन रासायनिक कचरे को नष्ट करने के लिए 126 करोड़ रुपये की राशि भी आवंटित कर दी गई है।
यह कचरा पीथमपुर में इंडियन ऑयल के तेल रिफाइनरी परिसर में बने एक विशेष संयंत्र में नष्ट किया जाएगा।
इस प्रक्रिया की निगरानी के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का भी गठन किया जाएगा।
यह फैसला भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों और कार्यकर्ताओं के लिए एक बड़ी राहत है, जो कई दशकों से जहरीले कचरे के सुरक्षित निपटान की मांग कर रहे थे।
महत्वपूर्ण बिंदु:
347 मीट्रिक टन रासायनिक कचरे को पीथमपुर में नष्ट किया जाएगा।
कचरे को नष्ट करने के लिए 126 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
प्रक्रिया की निगरानी के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाएगा।
यह फैसला भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों और कार्यकर्ताओं के लिए एक बड़ी राहत है।