मध्य प्रदेश में मानसून का जादू, कहां कहां लें सकतें हैं इस मौसम का आनंद

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Place: भोपाल                                                👤By: prativad                                                                Views: 1139

15 जून 2024। बारिश की रिमझिम, हरे-भरे परिदृश्य और झरने की झमाझमत - मानसून के मौसम में मध्य प्रदेश एक दृश्य कृति में बदल जाता है। यदि आप प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक अनुभवों से भरपूर मानसून की सैर की तलाश में हैं, तो मध्य भारत से आगे न देखें।

रोमांच चाहने वालों के लिए:
ट्रेकिंग का स्वर्ग: पचमढ़ी - सतपुड़ा की रानियों के नाम से भी जानी जाने वाली पचमढ़ी, सतपुड़ा पर्वतमालाओं के बीच स्थित है, मानसून के दौरान हरी-भरी पनाहगाह प्रदान करती है। मानसून के दौरान अप्सरा विहार ट्रेक जैसी हरी-भरी पगडंडियां और धूपगढ़ और जटा शंकर जैसे मनोरम झरने जीवंत हो उठते हैं।

कैनोइंग का आनंद: चोराळ बांध - इंदौर के पास स्थित चोराळ बांध मानसून के दौरान प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग बन जाता है। शांत पन्ना के पानी के बीच कश्ती चलाने की कल्पना कीजिए, जो धुंधली विंध्य पहाड़ियों से घिरा हुआ है - यह वास्तव में एक शांत अनुभव है।

प्रकृति प्रेमियों के लिए:
झरने का नजारा: चित्रकूट जलप्रपात - जिसे अक्सर "भारत का नियाग्रा फॉल्स" कहा जाता है, चित्रकूट जलप्रपात मानसून के दौरान एक राजसी दृश्य में बदल जाता है। हरे-भरे परिवेश के बीच गिरते हुए सफेद पानी एक लुभावने दृश्य का निर्माण करते हैं, जो प्रकृति फोटोग्राफी और ताज़गी भरे पलायन के लिए बिल्कुल सही हैं।

शांत पलायन: माण्डू - इंदौर के पास स्थित यह ऐतिहासिक शहर मानसून के दौरान एक छिपा हुआ आकर्षण प्रकट करता है। बारिश से धुले प्राचीन अफगान वास्तुकला और भी मनमोहक लगती है। हरे-भरे वातावरण के बीच जहाज महल और रूपमती महल का अन्वेषण करें, जो इतिहास और प्रकृति का एक अनूठा संगम प्रस्तुत करता है।

वन्यजीव अभयारण्य: - मानसून का मौसम मध्य प्रदेश के वन्यजीव अभयारण्यों में जान डाल देता है। इस दौरान कान्हा राष्ट्रीय उद्यान या बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान में हरे-भरे पत्तों के बीच बाघों को देखना एक रोमांचकारी अनुभव बन जाता है।

सांस्कृतिक आनंद:
बोनालू उत्सव का अनुभव करें: मानसून के दौरान मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में मनाए जाने वाले जीवंत बोनालू उत्सव को देखें। इस उत्सव में रंगीन जुलूस, पारंपरिक नृत्य और स्थानीय देवताओं को भेंट शामिल हैं, जो इस क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक प्रदान करते हैं।
अपनी मानसून यात्रा की योजना बनाना:
मध्य प्रदेश में मानसून का मौसम आमतौर पर जून में आता है और सितंबर तक रहता है। घूमने के लिए आरामदायक जूते, रेन गियर और कभी-कभी ठंड के लिए हल्के ऊनी कपड़े पैक करना सुनिश्चित करें।

तो, अपना बैग पैक करें, ताज़ी बौछारों का आनंद लें, और मध्य भारत के दिल में एक अविस्मरणीय मानसून साहसिक कार्य पर निकल पड़ें!

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