मध्य प्रदेश: टेलीकॉम कंपनियों का डाटा डार्क वेब पर लीक, छह लाख ग्राहक धोखाधड़ी के प्रति संवेदनशील

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Place: भोपाल                                                👤By: prativad                                                                Views: 1339

29 जून, 2024। लगभग छह लाख (600,000) टेलीकॉम ग्राहकों की व्यक्तिगत जानकारी वाले डाटा लीक होने की घटना से हड़कंप मच गया है और धोखाधड़ी की आशंका जताई जा रही है।

साइबर अपराध अधिकारियों के अनुसार, लीक हुए डेटा का एक बड़ा हिस्सा राज्य की स्वामित्व वाली टेलीकॉम कंपनियों में से एक से हुआ है। उजागर हुई जानकारी में कथित तौर पर फोन नंबर, पते और संभावित रूप से पहचान दस्तावेज जैसे संवेदनशील विवरण शामिल हैं।

संसद सदस्यों (सांसदों) ने इस घटना पर चिंता व्यक्त की है, जिसमें दुर्भावनापूर्ण कृत्यों द्वारा इस डेटा के दुरुपयोग की संभावना पर प्रकाश डाला गया है। स्कैमर और पहचान चोर फिशिंग हमलों, वित्तीय घोटालों और लक्षित विपणन अभियानों जैसी धोखाधड़ी गतिविधियों के लिए इस जानकारी का फायदा उठा सकते हैं।

इस संबंध में जब साइबर सेल के अधिकारियों से अधिक जानकारी मांगी गई तो पता चला कि अब तक करीब 300 जीबी डेटा डार्क वेब पर लीक हो चुका है और चूंकि यह रहस्य से घिरा हुआ क्षेत्र है, इसलिए जिला साइबर सेल के साथ-साथ राज्य साइबर सेल भी यह पता लगाने में असमर्थ है कि डार्क नेट की गतिविधियां कैसे और कहां से संचालित हो रही हैं।

डेटा उल्लंघन का सही कारण और शामिल विशिष्ट टेलीकॉम कंपनी अभी जांच के दायरे में है।

आने वाले दिनों में निम्नलिखित महत्वपूर्ण सवालों को संबोधित किए जाने की संभावना है:
डेटा उल्लंघन कैसे हुआ?
कौन से विशिष्ट डेटा बिंदुओं से छेड़छाड़ की गई?
उल्लंघन को रोकने और प्रभावित ग्राहकों को सूचित करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
भविष्य में इसी तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या उपाय किए जाएंगे?
अधिकारियों से आग्रह किया जाता है कि वे पूरी तरह से जांच करें और रिसाव के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करें। दूरसंचार कंपनियों को डेटा सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए और ग्राहक जानकारी की सुरक्षा के लिए मजबूत सुरक्षा उपाय लागू करने चाहिए।

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