19 जुलाई 2017। मानसून सत्र के दौरान मप्र विधानसभा में बुधवार को भी मंदसौर जिले में किसानों पर गोलीकांड और उनकी समस्याओं को लेकर आए स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा हुई। मंगलवार को स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा शरू हुई थी। प्रश्नकाल के बाद नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीतासरन शर्मा से अनुरोध किया कि मंगलवार को स्थगन प्रस्ताव पर सिर्फ नौ सदस्य अपनी बात रख पाए थे, इसलिए बुधवार को एक बार फिर अन्य सदस्यों को इस पर चर्चा के लिए समय दिया जाए। इस पर अध्यक्ष डॉ शर्मा द्वारा अन्य इच्छुक सदस्यों को संक्षिप्त में अपनी बात रखने की अनुमति दिए जाने पर कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार ने चर्चा की शुरुआत की।
विधानसभा में मुख्यमंत्री ने किसानों के मुद्दे पर आए स्थगन प्रस्ताव के जवाब में कहा कि मप्र सरकार पिछले 11 वर्षों से किसानों के हितों के लिए काम कर रही हैं। किसानों के हितों में कई फैसले लिए हैं। किसान भाईयों को प्रदेश सरकार जीरों प्रतिशत ब्याज पर कर दे रही हैं। इसके अलावा यह भी प्रावधान किया है कि फसल के लिए गये एक लाख के लोन के बदले में केवल 90 हजार ही लौटाने होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा की की मप्र पहला ऐसा राज्य है जिसमें स्वामीनाथन कमेटी की अधिकांश सिफारिशों को लागू किया हैं। मप्र में किसानों के लिए किसान कल्याण कोष बनाया गया है। किसान आंदोलन में हुई हिंसा को लेकर सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि आंदोलन को भड़काने का काम कांग्रेसियों ने किया और उसे हिंसक बना दिया।
#भोपाल-विधानसभा में CM शिवराज सिंह ने मंदसौर की घटना को बताया दुखद, कोई सीएम नहीं चाहता है कि उसके शासन में किसान खुदकुशी करें
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#भोपाल-सदन में मंदसौर गोलीकांड मामले में बोले सीएम शिवराज,गोलीकांड की घटना से पहले 108 अपराधियों के खिलाफ हुई थी जिलाबदर की कार्रवाई
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#भोपाल- नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने किसानों की मौत के मामले में गृह विभाग की रिपोर्ट पर उठाये सवाल
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#भोपाल-सदन में मंदसौर गोलीकांड मामले में कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने पूछा सवाल,गोली मारने का आदेश किस अफसर ने दिया था
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