25 जुलाई 2017। मध्य प्रदेश में पटाखा फैक्ट्री और विस्फोटक सामग्री में ब्लास्ट में सैकड़ों मौत के बाद आखिरकार शिवराज सरकार सूबे में मौत के बारूद की सख्त मॉनीटरिंग करने के लिए तैयार हुई है.
विधानसभा के मानसून सत्र के सातवें दिन गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा है कि प्रदेश में विस्फोटक समाग्री की निगरानी के लिए अलग से सेल बनाई जाएगी. इसके लिए एसीएस होम की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है, जो तीन महीने में अपने सुझाव सरकार को देगी.
विस्फोटक सेल की जिम्मेदारी एडीजी स्तर के अधिकारी को दी जाएगी और इसका काम विस्फोटक सामग्री पर सतत निगरानी करना होगा. गृहमंत्री ने ये बयान विधानसभा में बालाघाट में पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब के बाद दिया है.
प्रदेश के बालाघाट जिले में सात जून को पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट में 25 लोगों की मौत हो गई थी. मंडला रोड पर खैरी गांव में स्थित पटाखा फैक्टरी में हुए विस्फोट में फैक्ट्री में काम कर रहे अधिकांश लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में विस्फोटक के स्टोरेज में लापरवाही सहित कई खामियों का खुलासा हुआ था.
बालाघाट के अलावा भी प्रदेश के पेटलावद, दतिया, इंदौर सहित कई जगहों पर पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में सैकड़ों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी.
मध्यप्रदेश विधानसभा में कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह ने उठाया बालाघाट पटाखा फैक्ट्री में धमाके का मुद्दा
— PRATIVAD (@prativad) July 25, 2017
#भोपाल-बालाघाट ब्लास्ट मामले में गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह का जवाब,फैक्ट्री पर पटाखा लाइसेंस के शर्तों का उल्लंघन का प्रकरण दर्ज किया गया
— PRATIVAD (@prativad) July 25, 2017