वर्ष 2017-18 की परीक्षा में 80 सैद्धांति और 20 प्रायोगिक अंक होंगे
शिक्षा के उन्नयन में जुटी सरकार
30 अगस्त 2017। मध्यप्रदेश सरकार लगातार शिक्षा के उन्नयन में जुटी हुई है। इस दिशा में सरकार ने 9वीं एवं 11वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में बदलाव करते हुए एन.सी.ई.आर.टी. की पुस्तकें विज्ञापन एवं गणित विषय में सम्मिलित कराई हैं वहीं दूसरी तरफ वर्ष 2017-18 की परीक्षाओं में भी नई पद्धति लागू की जाएगी। सूत्रों के अनुसार लगातार बिगड़ते परीक्षा परिणामों को सुधारने की दृष्टि से यह कवायद की जा रही है।
माध्यमिक शिक्षा मण्डल, राज्य शिक्षा केन्द्र के संयुक्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष 9वीं एवं 11वीं कक्षा की परीक्षा प्रणाली पूरी तरह से परिवर्तित रहेगी। इसमें सभी विषयों में 80 प्रतिशत सैद्धांतिक (थ्योरी) के अंक रहेंगे जबकि 20 प्रतिशत प्रोजेक्ट अंक दिये जायेंगे। प्रोजेक्ट अंक देते समय पांच अंक नोटबुक पर एवं 15 अंक प्रोजेक्ट कार्य पर दिये जायेंगे। इसमें गणित, विज्ञान सहित अन्य विषय शामिल रहेंगे। जिनमें प्रयोग के विषय नहीं हैं उनमें पूरी सैद्धांतिक परीक्षा 100 अंकों पर केन्द्रित रहेगी। बताया गया है कि 11वीं कक्षा में भौतिक, रसायन एवं जीव विज्ञान विषय में 70 प्रतिशत सैद्धांतिक जबकि 30 प्रतिशत प्रेक्टिकल के अंक दिये जायेंगे । कॉमर्स विषय में यही प्रणाली 80 प्रतिशत सैद्धांतिक हो जाएगी और 20 प्रतिशत प्रेक्टिकल। जानकारों के मुताबिक वर्ष 2017-18 में जो परीक्षार्थी नवीं एवं 11वीं के बदले हुए पैटर्न पर परीक्षा देंगे वे अगले वर्ष 2018 एवं 2019 में इस पद्धति से उन्नत होकर 10वीं एवं 12वीं कक्षा में बेहतर परिणाम दे सकेंगे। माध्यमिक शिक्षा मण्डल के उपाध्यक्ष श्री भागीरथ जी बताते हैं कि - पिछले डेढ़ दशक से शिक्षा के सुधार की दिशा में हम प्रयासरत हैं। गणित एवं विज्ञान विषय केन्द्र में रखकर पहले पाठ्यक्रम में परिवर्तन करके इसे विद्यार्थियों के भविष्य के लिये अनुकूल बनाया गया। अब परीक्षा प्रणाली में आमूलचूल परिवर्तन करके शिक्षा के स्तर को सुधारने का कार्य किया जा रहा है। यह इसी परिवर्तन की दिशा में एक कदम है।
स्कूल शिक्षा विभाग की सचिव दीप्ति गौड़ मुखर्जी के अनुसार स्कूल शिक्षा के परीक्षा परिणाम बेहतर आएं इस दिशा में 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षाओं को बेहतर ढंग से फेस करने के लिये हमने इस वर्ष 9वीं एवं 11वीं की परीक्षाओं में बदलाव किया है । फिलहाल इस पर अभी और उन्नत विचार विमर्श जारी है।
कुल मिलाकर राज्य में शिक्षा का स्तर सुधारने की दिशा में मध्यप्रदेश सरकार ने ऐतिहासिक पहल करते हुए 9वीं एवं 11वीं की परीक्षा प्रणाली में परिवर्तन करके आने वाले दिनों में 10वीं एवं 12वीं के परीक्षा परिणाम को सुधारने के लिये ठोस कदम उठाये हैं। अब देखना यह है कि इस परिवर्तन का लाभ विद्यार्थियों के साथ साथ सरकार के शिक्षा विभाग को कितना मिल पाता है।
(डॉ. नवीन आनंद जोशी)
परिवर्तित होगी 9वीं एवं 11वीं परीक्षा प्रणाली
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Bhopal 👤By: PDD Views: 17863
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